विदिशा। सागर हाइवे पर ग्रामीणों ने अपनी मांगों को लेकर चक्का-जाम कर दिया. जाम से सड़क के दोनों ओर गाड़ियों की लम्बी कतारें लग गईं. जाम में एंबुलेंस और सेना के तीन वाहन भी लम्बे समय तक फंसे रहे. कलेक्टर से बात होने के बाद ग्रामीणों ने जाम को खत्म किया. ग्रामीणों का कहना है कि सड़क बनाने के लिए पिछले 14 वर्षों से आवेदन और निवेदन किया जा रहा है, लेकिन अधिकारी और जनप्रतिनिधि सुनने को तैयार नहीं हैं.
कलेक्टर करेंगे मुलाकात: ग्राम पांझ और रुसल्ली के रहवासियों ने बताया कि मजबूरी में हमें सड़क पर चक्का-जाम करना पड़ा. बारिश के दौरान गांव टापू में तब्दील हो जाते हैं. कलेक्टर तक अपनी बात पहुंचाने के लिए इसके अलावा कोई रास्ता नहीं था. हाइवे पर जारी जाम के दौरान दोनों ओर लम्बी-लम्बी कतारें लग गईं. इस जाम में सेना के तीन वाहन और एंबुलेंस भी फंसी थी. जिसे बड़ी मशक्कत के बाद निकाला गया. बाद में तहसीलदार केएन ओझा ने कलेक्टर उमाशंकर भार्गव से बात कर आंदोलनकारियों को शांत कराया. मंगलवार को कलेक्टर ने आंदोलनकारियों को मिलने के लिए बुलाया है.
मजबूरी में किया चक्का जाम: पूर्व सरपंच आनंद प्रताप सिंह का कहना है कि ग्रामवासी पिछले 14 वर्षों से सिर्फ डेढ़ किलोमीटर सड़क बनाए जाने की मांग कर रहे हैं. सड़क न होने की वजह से गांव के लोग परेशान होते हैं. मरीज, स्कूली बच्चे और गर्भवती महिलाओं को सबसे ज्यादा परेशानी होती है. प्रशासन से कई बार निवेदन करने के बाद भी कोई समाधान नहीं निकला. आज चक्का जाम करके कलेक्टर को चेताया गया है.
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तहसीलदार केएन ओझा के मुताबिक यहां पर 2 गांव के लोगों के साथ कांग्रेस नेता ने रोड की मांग को लेकर यहां चक्का जाम किया था. जिला कलेक्टर से बात हुई हैं. उन्होंने समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया है. विदिशा सिविल लाइन थाना प्रभारी योगेंद्र सिंह दांगी ने चक्का जाम करने वालों पर वैधानिक कार्रवाई करने की बात कही है.