विदिशा। आपने दाल में काला तो सुना होगा, लेकिन विदिशा जिले के लटेरी तहसील में सफेद चावल को काला कर देने का मामला सामने आया है. जहां सफेद चावल लोगों को काला नजर आ रहा है. लटेरी तहसील में 13 और 14 अगस्त की रात को पुलिस ने संदेह के चलते एक ट्रक को जब्त किया था, जिसमें 317 क्विंटल चावल लदा हुआ था. इस मामले में खाद्य विभाग की जांच पर सवाल खड़े हो रहे हैं.
दरअसल 317 क्विंटल चावल से भरे हुए ट्रक को पुलिस ने जांच के लिए राजस्व विभाग को सौंप दिया था, जिसे राजस्व विभाग के खाद्य विभाग की अधिकारी जेएसओ अस्मिता गुप्ता को सौंप दिया. अब जेएसओ की जांच पर सवाल खड़े हो रहे हैं. जेएसओ ने जांच रिपोर्ट एसडीएम को सौंपी है, जिसमें जेएसओ ने चावल को खाद्य विभाग का नहीं होना बताया है, साथ ही कहा है कि, व्यापारी ने ये चावल शिवपुरी से खरीदा है. इस मामले में सवाल ये उठता है कि, खाद्य विभाग की अधिकारी ने ये पता लगाने की कोशिश नहीं की, क्या सच में ये चावल शिवपुरी से खरीदा गया है.
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खाद्य विभाग की अधिकारी अस्मिता गुप्ता का कहना है कि, उन्होंने जांच में पाया है कि, ये चावल खाद्य विभाग का नहीं है, क्योंकि चावल खाद्य विभाग की पैकिंग में नहीं पाया गया है. वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि, क्षेत्र में इतनी बड़ी मात्रा में चावल की पैदाावर नहीं होती है. इसलिए कहीं ना कहीं सफेद चावल में कुछ काला होने का संदेह हो रहा है.
कयास लगाए जा रहे है कि, ये चावल क्षेत्र के गरीबों को बांटने के लिए भेजा गया था, जो गलत तरीके से खरीदा गया है और बाहर बेचा जा रहा है. वहीं खाद्य विभाग के अधिकारी ने जांच पड़ताल कर लिया है, लेकिन अब भी जांच को लेकर विभाग के अधिकारी सवालों के घेरे में हैं.