विदिशा। मुरवास गांव में वन माफियाओं के आतंक के खिलाफ आवाज उठाने वाले सरपंच पति संतराम वाल्मीकि की हत्या के बाद से माहौल तनावपूर्ण बना है. पुलिस ने एहतियातन कर्फ्यू लगा रखा है. कांग्रेस की तरफ से बनाई गई टीम जब मुरवास जाने लगी तो पुलिस ने उन्हें बीच में ही रोक दिया, जिसके बाद कांग्रेसियों ने सड़क पर ही बैठकर विरोध जताने लगे. इस दौरान उन्होंने पीड़ित परिवार से मिलने की बात कही. उन्हें प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई, जिससे वह भड़क गए और जबरन घुसने की कोशिश करने लगे, तब पुलिस ने विदिशा विधायक शशांक भार्गव सहित 31 कांग्रेसियों को गिरफ्तार कर लिया.
'मृतक के परिवार को मिले मुआवजा'
मामले को शांत कराने के लिए उमाकांत शर्मा पहुंचे, जिसके बाद मामला थोड़ा ठंडा पड़ा. विवाद आगे न बढ़े इसके लिए शर्मा वहां रात भर मौजूद रहे. भार्गव ने मांग की है कि मृतक संतराम के परिवार को एक करोड़ रुपए मुआवजा दिया जाये. परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए.
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सरपंच पति की दिनदहाड़े हत्या
सरपंच पति संतराम वाल्मीकि को 18 मार्च दिनदहाड़े ट्रैक्टर चढ़ाकर रौंद दिया गया था, इस घटना के बाद से ही इलाके में दहशत का माहौल है और पुलिस ने कर्फ्यू लगा रखा है. कर्फ्यू लगे 3 दिन बीत चुके हैं. पुलिस ने अब तक इस मामले में 20 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है.