विदिशा। सिस्टम से परेशान कृषि विभाग के कर्मचारी अनुरेखक हेमंत नायक पत्नी के साथ कलेक्टर की जनसुनवाई में पहुंच गए. जहां उन्होंने कलेक्टर से इच्छा मृत्यु कि मांग की है. गले में तख्ती लटकाए पति-पत्नी अपने जीवन भर की जमा पूंजी के लिए दर-दर भटकने को मजबूर हैं. इसे सिस्टम का नाकारापन कहें या अनदेखी, जिसकी वजह से एक व्यक्ति को इच्छा मृत्यु के लिए आवेदन देना पड़ रहा है.
रियाटर हो गए, नहीं मिल रही पेंशन
दरअसल कृषि विभाग से 2018 में रिटायर्ड हुए हेमन्त नायक अपनी पत्नी के साथ कलेक्टर से इच्छा मृत्यु मांग रहे हैं. नायक जनवरी 2018 में विभाग से रिटायर हो चुके हैं, लेकिन आज तक विभाग ने आदेश जारी नहीं किया, जिसके चलते उनकी पेंशन नहीं बन पाई है. ऐसे में कर्मचारी के लिए परिवार का पालन मुश्किल हो रहा है. परिवार भुखमरी की कगार पर पहुंच गया है. घर का खर्च चलाने के लिए लोगों से कर्ज लेना पड़ रहा है.
इस समस्या का निराकरण करने के लिए हेमंत नायक विभाग के आला अधिकारी सहित मुख्यमंत्री, कृषि मंत्री सहित प्रभारी मंत्री से गुहार लगा चुके हैं, लेकिन आज तक कहीं सुनवाई नहीं हो सकी. फिलहाल इस मामले में एसडीएम के पास कोई जवाब नहीं. उनका कहना है कि मामला अभी सामने आया है, जल्द ही इस मामले का निराकरण किया जाएगा.