विदिशा। जैसे-जैसे लॉकडाउन की तारीख में बढ़ती जा रही है, वैसे वैसे लोगों की आर्थिक तंगी भी बढ़ती जा रही हैं. पिछले साल के लगे लॉकडाउन से लोग आर्थिक तंगी से उबर भी नहीं पाए थे. इस साल फिर से लॉक डाउन लग गया है. मध्यम वर्ग से लेकर गरीब लोगों के सामने घर चलाने का संकट सामने खड़ा हो गया है. ऐसा ही एक मामला विदिशा में सामने आया है.
विदिशा के राजीव नगर में रहने वाली एक महिला अपने परिवार के साथ कलेक्ट्रेट पहुंची. जहां उन्होंने एस.डी.एम. को लिखित ज्ञापन देते हुए मदद की गुहार लगाई है. महिला सुनीता सेन ने बताया कि उनका पति मजदूरी करता है लॉकडाउन के कारण मजदूरी नहीं मिल रही है. ऐसे में मकान मालिक ने मकान खाली करने को कहा है. महिला ने शिकायती पत्र में लिखा कि वह आर्थिक तंगी के चलते बार-बार मकान बदलने को मजबूर है. शासन से उन्होंने अपने बच्चों की पढ़ाई और उसके खाने-पीने का इंतजाम करने की मांग की है. पर प्रशासन से कोई मदद नहीं मिली उसके बाद जनपद अध्यक्ष प्रतिनिधि विवेक ठाकुर उन्होंने पीड़ित परिवार को मदद के लिए 1 महीने का राशन उपलब्ध कराया साथ ही साथ कुछ आर्थिक मदद भी दी है.
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- लॉकडाउन के साथ बढ़ रही मंहगाई
विदिशा में भी लगातार कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है. यही वजह है कि प्रशासन ने 26 अप्रैल तक लॉकडाउन बढ़ा दिया है. अब जब कुछ ऐसे परिवार जिनकी मदद किसी की प्रकार से नहीं हो पा रही है न ही वह मेहनत मजदूरी करके घर चला पा रहे हैं. ऐसे में वे शासन से घर परिवार को चलाने के लिए दो वक्त की रोटी पानी की व्यवस्था की गुहार लगा रहे हैं.
शासन से मदद न मिल पाने की वजह से वह यहां-वहां मदद मांगने को मजबूर हैं. वहीं पीड़ित मानवता के नाते कुछ लोग मदद के लिए आगे आ रहे हैं. कोरोना बीमारी के बीच गरीबों को भूखों मरने की स्थितियां बन रही है और लगातार सरकार लॉकडाउन कर्फ्यू बढ़ाई जा रही है. जिससे आमजन हैरान परेशान हैं. भूखों मरने की कगार पर खड़े हैं.