विदिशा। विदिशा के एक दंपती ने अपने बेटी का पहला जन्मदिन अयोध्या में धूमधाम से मनाया. शहर के निजी स्कूल के संचालक मयंक कर्ण के यहां 1 वर्ष पूर्व प्रथम संतान के रूप में बिटिया का जन्म हुआ था. बिटिया का नाम अयोध्या रखा गया. उस बिटिया को ढोल-ढमाकों और आतिशबाजी कर घर लाए थे. घर के साथ पूरा मोहल्ला सजाया गया था और मिठाई बांटी थीं. पूरे मोहल्ले में खुशी की लहर थी. बेटी अयोध्या के पहले जन्मदिन पर सपरिवार अयोध्या पहुंचा और साधु-संतों के सानिध्य में बर्थडे मनाया.
अयोध्या की हनुमानगढ़ी में साज-सज्जा : बेटी अयोध्या को लेकर अयोध्या पहुंचे परिवार ने हनुमानगढ़ी में विशेष साज सज्जा कराई. गुब्बारे लगवाए, ढोल बजवाए और मिठाई बांटी. बिटिया के जन्मदिन पर ऐसे अनूठे आयोजन की खूब चर्चा रही. हनुमानगढ़ी के महंत सहित अनेक साधु संतों ने बिटिया सहित परिजनों को उज्ज्वल भविष्य और दीर्घायु होने का आशीर्वाद दिया. विदिशा के कर्ण परिवार ने एक अनूठी मिसाल पेश की. अपनी बिटिया अयोध्या का प्रथम जन्म उत्सव उत्तर प्रदेश के अयोध्या में पहुंचकर बड़ी धूमधाम के साथ मनाया गया. अयोध्या की हनुमानगढ़ी मंदिर की गली का नजारा ही अलग दिखा. यहां ढोल-नगाड़ों के साथ मिठाइयों का वितरण किया गया.
स्कूली बच्चों को उपहार बांटे : अयोध्या के स्कूली बच्चों को एकत्रित करके वहां उनको उपहार भी दिए गए. विदिशा के कर्ण परिवार का कहना है कि बेटी वरदान होती है और हमारे परिवार में प्रथम आगमन बेटी का हुआ है. हमने उसका नाम अयोध्या रखा है और आज 1 वर्ष होने पर हम सबने अयोध्या आकर बड़ी धूमधाम के साथ बेटी का जन्मदिन मनाया. बेटी के पिता मयंक कर्ण का कहना है कि इससे ज्यादा खुशी के पल और क्या हो सकते हैं. वहीं, हनुमानगढ़ी के महंत प्रेम दास जी महाराज ने कहा कि कर्ण परिवार ने समाज को एक खास संदेश दिया है.