विदिशा। कुरवाई के सीएम राइज स्कूल में मजार का चबूतरा बनाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है. मामले में विदिशा कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने राष्ट्रगान ना होने की किसी भी खबर से इंकार किया है. कलेक्टर ने कहा कि स्कूल के अंदर हमेशा राष्ट्रगान होता है, नमाज कभी नहीं हुई है. कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने कहा कि इस संबंध में जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है. mp mazar controversy, mp mazar controversy after cm rise school, collector told national anthem play in school
स्कूल में हमेशा होता है राष्ट्रगान: कलेक्टर भार्गव ने कहा कि सीएम राइज स्कूल कुरवाई के बारे में जो कुछ भी खबरें चल रही है. वह पूरी तरह बेबुनियाद और गलत है. वहां हमेशा राष्ट्रगान होता है. स्कूल के अंदर नमाज कभी नहीं हुई. एक तथ्य जरूर है कि वहां पर एक नवाब के समय का स्ट्रक्चर छोटा सा एक चबूतरा बना हुआ था जो टूटे फूटे हालत में था. तत्कालीन प्रिंसिपल और उनके पति द्वारा उस चबूतरे की मरम्मत कराई गई थी. उन्होंने कहा कि शिकायत में जिला अधिकारी से जांच कराई गई है, प्रभारी प्राचार्य को निलंबित कर दिया गया है. साथ ही वहां पर जो एक शेप जो बना दिया गया है, उसको हम पूर्व की स्थिति में लेकर आएंगे.
प्रदेश और भारत सरकार को भेजेंगे प्रतिवेदन: बता दें राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष ने जाकर देखा की शासकीय बालक कन्या प्राथमिक शाला स्कूल के पांच कमरों को पार करने के बाद स्कूल परिसर के ही अंदर एक और मजार है, जहां लोग इबादत करते हैं. इस पूरे प्रकरण को वह मध्य प्रदेश सरकार एवं भारत सरकार को अपना प्रतिवेदन भेज कर निर्णय की बात करेंगे. विदिशा जिले के सीएम राइज स्कूल में मजार का मामला आने के बाद से स्कूलों की जांच शुरू हो गई है. सीएम राइज स्कूल में एक मजार का चबूतरा बना दिया गया, इसके साथ ही स्कूल की दीवारें और जालियों को भी हरे रंग से पोता गया. मामला सामने आने के बाद हड़कंप की स्थिति बन गई. फिलहाल, विभाग ने स्कूल की प्राचार्य को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है.
क्या है मामला: बता दें जिले के कुरवाई तहसील के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय (सीएम राइज ) स्कूल में मजारनुमा चबूतरा बनाए जाने का मामला सामने आया है. जैसे ही इस मामले की जानकारी लोगों को लगी तो आक्रोश फैल गया. इसकी शिकायत लोगों ने उच्च स्तर पर की. जांच में पाया गया है कि लोगों की शिकायत सही है. स्कूल की प्राचार्य शाहिना फिरदोस के निर्देशन पर यह चबूतरा बनाया गया था. यह मामला राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग के संज्ञान में आया और राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो तत्काल विदिशा पहुंचे थे. जहां से उन्होंने कुरवाई में सारे तथ्यों का अवलोकन किया था. प्रियंक कानूनगो का कहना है कि शुक्रवार यानी जुम्मे के दिन तो वह मुस्लिम स्कूली बच्चों की आधा दिन की छुट्टी कर देती थीं और यहां पर राष्ट्रीय गान राष्ट्रीय गीत एवं सरस्वती वंदना गाना नहीं गाया जाता था. (mp mazar controversy) (mp mazar controversy after cm rise school) (collector told national anthem play in school) (vidisha cm rise school)