विदिशा। अपने बेटे को इंसाफ दिलाने एक मां महीनों गुजर जाने के बाद भी सरकारी महकमे के चक्कर काटने को मजबूर है. मां का आरोप है कि बेटे के सुसराल वालों और उसकी बीबी ने बेटे को आत्महत्या करने को मजबूर किया है. जहां बेटे ने नंबवर महीने में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी.
आंखों में आंसू हाथ में बेटे का लिखा सोसाइड नोट लड़खड़ाते पैर सरकारी चौखट पर हर हफ्ते एक आस में आते है आज नही तो कल सुनबाई जरूर होगी लेकिन हर बार इस मां को जांच का हवाला देकर टाल दिया जाता है मां जब अपने जवान बेटे की आत्म हत्या की कहानी अधिकारी को सुनाती है तो दर्द से गला बैठ जाता है. आंखों से आंसू छलक आते हैं. वह बेटे की आत्महत्या मामले में जांच चाहती है.
यह था पूरा मामला
दरअसल नबंवर महीने के आखिरी सप्ताह में एक मामूली विवाद के चलते युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. युवक विदिशा का ही रहने वाला था. मां का आरोप है उसने फांसी खुद से नहीं बल्कि उसे आत्महत्या करने को मजबूर किया गया था. उन्होंने कहा कि मेरा बेटा मजदूरी कर अपने परिवार का पालन पोषण किया करता था. आत्महत्या के कुछ दिन पहले उसका सुसराल वालों से विवाद हो गया था. बेटे को सुसराल पक्ष वालों ने मारा भी था. बेटे से घर पर आकर आत्महत्या कर ली. उसने एक सोसाइड नोट भी छोड़ा है. जिसमें उसने सुसराल वालो पर आरोप लागए हैं.