विदिशा। मुम्बई से अन्य राज्यों के मजदूर पैदल चलकर उत्तर प्रदेश जा रहे हैं. विदिशा पहुंचते ही इन प्रवासी मजदूरों का हाल चाल जानने सड़क पर न्यायधीश उतरे. न्यायधीश ने मजदूरों से बात की उनका हाला चाल जाना. हाइवे रोड पर हेल्प लाइन बोर्ड भी लगाया गया है. न्यायधीश ने मजदूरों को कानूनी सलाह भी दी इनमें से बहुत सारे प्रवासी मजदूर ऐसे भी हैं. जिनके मालिकों ने इनसे काम तो करा लिया लेकिन मजदूरी दिए बगैर इन्हें भगा दिया.
विदिशा सांची पुलिस चेक पॉइंट से लेकर मिर्जापुर तक तमाम प्रवासी मजदूरों के लिए अनेकों संगठनों द्वारा भोजन पानी के इंतजाम कराए जा रहे हैं. सांची बायपास रोड पर बड़े स्तर पर नगर पालिका द्वारा इन मजदूरों के लिए खाने का इंतजाम कराया जा रहा है. तो अन्य स्थानों पर अनेक समाजसेवियों द्वारा तरह-तरह के इंतजाम भी कराए जा रहे हैं. इसी कड़ी में न्यायाधीशों ने भी मजदूरों को कई सेवा उपलब्ध कराई उनको कानून की जानकारी दी.
अपर सत्र न्यायाधीश विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव डीएस गौर ने मुम्बई से लौट रहे एक मजदूरों के जत्थे का हाल चाल जाना. उनसे पूछा वो कितने दिन से चल रहे हैं कितना खर्च कर विदिशा आएं हैं क्या वो जहां काम करते थे उन्हें मजदूरी प्राप्त हो सकी. मजदूरों ने भी न्यायाधीश को अपनी आप बीती बताई तब न्यायाधीश ने तमाम मजदूरों को कानून के बारे में बताया.