विदिशा। जिले में किसानों ने सड़कों पर उतरकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. किसानों ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार किसान की हितेषी सरकार नहीं है, केसीसी की कल अंतिम तारीख है जिसे लेकर किसानों ने सड़कों पर उतरकर केसीसी की तारीख बढ़ाए जाने की मांग की है.
दरअसल अगर किसान कल केसीसी जमा नहीं कर पाता है तो उस पर ब्याज दर लगाई जाएगी. वहीं इस लॉकडाउन में पहले ही किसानों के ऊपर संकटों का पहाड़ टूट पड़ा है, किसानों ने गेहूं, चने की जो फसलें बेची थी उनका पैसा भी किसानों को अभी तक नहीं मिला है. जिसके कारण किसानों ने केसीसी को जमा करने के लिए तारीख बढ़ाने की मांग की है.
किसानों का सरकार पर आरोप है की सरकार ने गेहूं, चने की फसल किसानों से देरी से खरीदी है, वहीं बैंको में कर्ज भरने की तारीख उनके सिर पर आ खड़ी हुई है. लेकिन किसानों से जो फसल खरीदी गई अबतक उसका पैसा खाते में नहीं पहुंचा है, किसान जब इसके बारे में जानकारी लेने बैंक जाते हैं तो वहां मौजूद बैंक कर्मचारी किसानों के साथ गलत व्यवहार करते हैं. किसानों को दोहरी मार से गुजरना पड़ रहा है. पहले प्रकृति के कारण गेहूं की फसल की चमक खत्म हो गई. फिर चना बड़ी मुश्किल से बिक पाया, सरकार से जितने दाम मिलने की उम्मीद थी उससे कम दाम किसानों को मिल सके. जिसके चलते किसानों के ऊपर कर्ज आ गया और वह परेशान हैं.
वहीं केसीसी का पैसा जमा करने का कल अंतिम दिन है किसानों के पास पैसा नहीं है, कई बार सरकार से किसान तारीख बढ़ाने की मांग कर रहे हैं. किसानों ने सड़कों पर उतरकर चक्काजाम किया, जिसके बाद मौके पर पहुंची तहसीलदार ने किसानों को उनकी बात सरकार तक पहुंचाने का आश्वासन दिया है और चक्काजाम शांत करवाया.