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विदिशाः जिला अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाओं का है बुरा हाल, तीन सौ बेड पर हो रहा है पांच सौ मरीजों का इलाज - reality of election promises

विदिशा जिला अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं की बदतर हालत के चलते मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. तीन सौ बेड पर पांच सौ मरीजों का इलाज किया जा रहा है.

dysfunctional district hospital vidisha
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Published : Jun 1, 2019, 7:04 PM IST

विदिशा। जिला अस्पताल में बेड की कमी और खस्ताहाल स्वास्थ्य सुविधाएं मरीजों के लिए किसी मुसीबत से कम नहीं हैं. आलम ये है कि तीन मरीजों पर केवल एक बेड उपलब्ध है. जिसकी वजह से मरीजों को काफी मुसीबत का सामना करना पड़ता है.

विदिशा जिला अस्पताल

दिन पर दिन मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है लेकिन अस्पताल की सुविधाओं में कोई इजाफा नहीं हो रहा है, पड़ोसी जिलों से भी कई मरीज यहां आते हैं. लेकिन अस्पताल में महज 3 सौ पलंग हैं, जिन पर फिलहाल 5 सौ मरीजों का इलाज हो रहा है.


खुली चुनावी वादों की पोल

स्थानीय कांग्रेसी विधायक शशांक भार्गव ने चुनाव से पहले फरवरी माह तक नए मेडिकल कालेज में जिला अस्पताल को शिफ्ट करने दावा किया था, लेकिन चुनाव निकलते ही विधायक जी के दावे-वादे हवा हो गये, अस्पताल भी शिफ्ट नहीं हुआ और डॉक्टरों की संख्या भी नहीं बढ़ाई गई. हाई प्रोफाइल कहे जाने वाले विदिशा जिले की स्वास्थ्य सेवाओं की हालत जस की तस बनी हुई है.

समान ही हैं आसपास के क्षेत्रों में हालात

तहसील गंज बासौदा में सोनोग्राफी की कई मशीनें जंग खा चुकी हैं, उधर पठारी-कुरवाई तहसील में लगातार डॉक्टरों के अपडाउन से परेशान ग्रामीण अपना विरोध जता चुके हैं. तहसील सिरोंज में सौ बिस्तर के अस्पताल में आज भी कई वार्डो के ताले नहीं खुले हैं. हाल ही में गुलाबगंज तहसील में बीती रात को ग्रामीणों ने इस बात को लेकर हंगामा कर दिया कि एक महिला के प्रसव के दौरान अस्पताल में एक भी डॉक्टर मौजूद नहीं था.

विदिशा। जिला अस्पताल में बेड की कमी और खस्ताहाल स्वास्थ्य सुविधाएं मरीजों के लिए किसी मुसीबत से कम नहीं हैं. आलम ये है कि तीन मरीजों पर केवल एक बेड उपलब्ध है. जिसकी वजह से मरीजों को काफी मुसीबत का सामना करना पड़ता है.

विदिशा जिला अस्पताल

दिन पर दिन मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है लेकिन अस्पताल की सुविधाओं में कोई इजाफा नहीं हो रहा है, पड़ोसी जिलों से भी कई मरीज यहां आते हैं. लेकिन अस्पताल में महज 3 सौ पलंग हैं, जिन पर फिलहाल 5 सौ मरीजों का इलाज हो रहा है.


खुली चुनावी वादों की पोल

स्थानीय कांग्रेसी विधायक शशांक भार्गव ने चुनाव से पहले फरवरी माह तक नए मेडिकल कालेज में जिला अस्पताल को शिफ्ट करने दावा किया था, लेकिन चुनाव निकलते ही विधायक जी के दावे-वादे हवा हो गये, अस्पताल भी शिफ्ट नहीं हुआ और डॉक्टरों की संख्या भी नहीं बढ़ाई गई. हाई प्रोफाइल कहे जाने वाले विदिशा जिले की स्वास्थ्य सेवाओं की हालत जस की तस बनी हुई है.

समान ही हैं आसपास के क्षेत्रों में हालात

तहसील गंज बासौदा में सोनोग्राफी की कई मशीनें जंग खा चुकी हैं, उधर पठारी-कुरवाई तहसील में लगातार डॉक्टरों के अपडाउन से परेशान ग्रामीण अपना विरोध जता चुके हैं. तहसील सिरोंज में सौ बिस्तर के अस्पताल में आज भी कई वार्डो के ताले नहीं खुले हैं. हाल ही में गुलाबगंज तहसील में बीती रात को ग्रामीणों ने इस बात को लेकर हंगामा कर दिया कि एक महिला के प्रसव के दौरान अस्पताल में एक भी डॉक्टर मौजूद नहीं था.

Intro:कंप्लीट पैकेज वाइस ओवर के साँथ अटैच है
दो बाइट अलग अटैच की गई हैं ।

मध्य प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं के कलई खोलता विदिशा जिला अस्पताल यहां रोजाना 300 पलंग पर 500 मरीजो का इलाज होता है एक पलंग पर तीन तीन मरीज भर्ती कर बीमार मरीजो की फजीहत की जा रही है इतना ही नही बीमारी के लिए अगर डॉक्टर को दिखाना हो तो सुबह 7 से 8 बजे पर्चे के लिए लाइन में लगना होता है तब कहीं जाकर 1 बजे तक पर्चा बन पाता हैं ।




Body:जनबरी महा में नए विधायक चुन कर आये कांग्रेस से शांशक भार्गव फरवरी माह तक नए मेडिकल कालेज में जिला अस्पताल शिफ्ट होने का दाबा किया था जिससे बढ़ती संख्या वाले मरीजो को इन परेशानियों से निजात मिल सके पर समय निकलते ही कांग्रेस भाजपा के दाबो ,बादो हवा में ही रह गये न अस्पताल शिफ्ट हुआ न ही डॉक्टरों की संख्या बढ़ाई गई
जिले भर से आते हैं मरीज
दिन पर दिन जिला चिकित्सालय में मरीजो की संख्या बढ़ती जा रही है जिले के साँथ पड़ोसी जिले से भी कई मरीज यहां उपचार के लिए आते हैं ऐंसे में जिला अस्पताल में महज 300 पलंग के अस्पताल है ऐंसे में रोजाना 500 से 700 मरीज रोज यहां भर्ती होते है एक पलंग पर 3 से पांच मरीजो को रखा जाता है ।




Conclusion:विदिशा जिले भर की स्वास्थ्य सेवाएं खुद बीमारी से ग्रस्त होती नजर आ रही है जिला अस्पताल में इलाज की जगह लगभग मरीजो को भौपाल रेफर किया जा रहा है तो तहसील गंजबासौदा में सोनुग्राफी कई मशीन से लगाकर कई मशीन जंग खा चुकी है कुरवाई , पठारी तहसील में लगातार डॉक्टरों के अपडाउन से कई ग्रामीण अपना विरोध जता चुके है तहसील सिरोंज के 100 बिस्तर का अस्पताल के आज भी कई वार्डो के ताले नही खुल सके हैं हाल ही में गुलाबगंज तहसील में बीती रात को ग्रामीण में इस बात को लेकर हंगामा कर दिया कि महिला प्रसब के दौरान अस्पताल में एक भी डॉक्टर मौजूद नही था ।

मध्य प्रदेश में सरकार आई चली गई जनप्रतिनिधि से लगाकर सिस्टम के हुकम्मारन बदलते रहे पर नही बदली तो इस हाई प्रोफाइल कहे जाने वाले विदिशा जिले की स्वास्थ्य सेवाओं की तस्बीर
नवेद खान विदिशा
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