विदिशा। जिला व्यापार महासंघ ने सोमवार को विदिशा बंद रखने का निर्णय लिया है. व्यापार महासंघ ने प्रशासन पर मनमानी का आरोप लगाते हुए कहा सरकार की तरफ से ग्रीन जोन जिलों में रियायतें दी जा रही हैं, जबकि जिला प्रशासन मनमानी कर रहा है. लॉकडाउन से व्यापारियों का काफी नुकसान हो चुका है हर कदम पर व्यापारी प्रशासन की मदद कर रहा है. ऐसे में अब प्रशासन मनमानी पर उतारू हो गया है.
दरअसल विदिशा कोराना मुक्त होने के चलते ग्रीन जोन में है. सरकार ने सभी ग्रीन जोन जिलों में छूट देने के आदेश दिए है. लेकिन बावजूद इसके जिला प्रशासन में रेड जोन जैसी सख्ती बरत रहा है. जिसके चललते व्यापार महासंघ ने विरोध करते हुए जिला बंद रखने का निर्णय लिया है. व्यापार महासंघ ने सरकार को यह भी चेताया है अगर उनकी मांगें नहीं मानी जाती हैं तो प्रशासन लंबी लड़ाई के लिए तैयार रहे.
दुकानें रोटेशन प्रणाली से खुलवाए प्रशासन
व्यापार महासंघ के अध्यक्ष मुन्नलाल जेन ने कहा व्यापारियों की हालात आज किसी से छिपी नहीं है. जिला प्रशासन को छोटे-छोटे व्यापारियों का ध्यान रखकर उन्हें गंभीरता से लेना होगा. व्यापारियों पर आर्थिक संकट मंडरा रहा है, पूरा व्यापारी कर्जे में है. केंद्र सरकार के आदेशों के बावजूद जिला प्रशासन विदिशा में मनमानी करने पर उतारू है. वहीं व्यापारियों का कहना है कि दुकानें रोटेशन प्रणाली से खुलवाना चाहिए. साथ ही यह भी चेताया कि यह लड़ाई किसी एक व्यापारी की नहीं बल्कि पूरे व्यापारी परिवारों की है. वहीं व्यापारी ने सेलून की दुकानों का मुद्दा उठाते हुए कहा यह तो बहुत गरीब व्यापारी होते हैं, उन पर आर्थिक संकट मंडराने लगा है. उनके बारे में भी प्रशासन को विचार करना होगा. जहां व्यापार महासंघ के बाजार बंद करने के साथ फरमान जारी किया गया कि विदिशा का ही नहीं बल्कि जिले भर के बाजार सोमवार के दिन बंद रहेंगे. सभी तहसील के व्यापार महासंघ को भी सहयोग करना होगा. साथ ही कोराना माहमारी से भी लड़ना है और आर्थिक संकट से भी जूझना है, सतर्क रहकर आर्थिक परिस्थिति को सुधारने की जरूरत है.