उमरिया। औरंगाबाद में शुक्रवार तड़के हुए ट्रेन हादसे में 16 मजदूरों की मौत हो गई थी. जिसमें सभी 4 मजदूर उमरिया जिले के पाली जनपद अंतर्गत ममान गांव के थे. घटना से उनके मौत के बाद उनके गृह ग्राम में मातम का माहौल है. इस बारे में टीआई राजेशचंद्र मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि पाली थाना क्षेत्र के नेउसा ममान जमडी गांव के 4 मजदूर भी शामिल थे. जिनके नाम प्रदीप सिंह, मुनीम सिंह, नेमशाह सिंह, ब्रगेन्द्र सिंह हैं.
सभी मजदूर जालना से भुसावल ट्रेन पकड़ने जा रहे थे. टीआई ने राजेशचंद्र मिश्रा बताया कि घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस मजदूरों के गृह ग्राम पहुंचकर पीड़ित परिवार की सभी जानकारी ले ली गई है. वहीं गांव के निवासी राम नरेश यादव ने बताया कि चारों मृतक बीते 3-4 महीने पहले रोजगार के लिए वहां गए हुए थे. इस पूरे मामले पर उमरिया जिला पंचायत अध्यक्ष ज्ञानवती सिंह ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए पीड़ित परिवार को हर मदद करने की बात कही है. चर्चा के दौरान उन्होंने बताया की मृतक काफी दिनों से घर आने की कोशिश कर रहे थे. लेकिन लॉकडाउन की सख्ती के कारण नहीं आ पा रहे थे.
एक साथ गांव के 4 लोगों की मौत ने परिजनों के साथ ही सभी को झकझोर दिया है. ग्रामीणों के अनुसार खेती-बाड़ी कम होने के कारण गांव के लोग हर साल मजदूरी करने महाराष्ट्र के जलाना जाते हैं. करीब चार महीने पहले ये लोग वहां गए थे और लॉकडाउन में फंस गए थे. जमा पूंजी से अब तक काम चलाया. जब पैसे खर्च हो गए तो घर आने का फैसला किया था। अधिकतर लोगों की गुरुवार को ही परिवार के सदस्यों से बात हुई थी.