उमरिया। जिले के पतौर क्षेत्र में 19 सितंबर की रात 8 बजे ग्राम बमेरा में घर मे घुसकर गौशाला में बंधी भैस पर बाघ ने हमला किया. भैंस को बचाने गए 55 वर्षीय कम्मा यादव को बाघ ने गंभीर रूप से घायल कर दिया. उसे जिला चिकित्सालय उमरिया में प्राथमिक इलाज के बाद जबलपुर रेफर किया गया है. बाघ के आतंक से गांवों में दहशत है. वहीं, वन विभाग की टीम बाघ की सर्चिंग में जुटी है. लेकिन वह वन विभाग के अमले की नजर में नहीं आ रहा है. वन विभाग की टीमें लगातार बाघ को तलाशने में जुटी हैं.
हमले में मवेशी की मौत : पतौर परिक्षेत्र अंतर्गत आने वाले गांव मे रात करीब आठ बजे एक बाघ पालतू मवेशी का शिकार करने दम्मा यादव नामक किसान के घर मे जा घुसा. जब लोगों को इसकी जानकारी हुई तो वे शोर मचा कर बाघ को खदेड़ने की कोशिश करने लगे. इसी दौरान उसने दम्मा हमला कर दिया. इससे दम्मा गंभीर रूप से घायल हो गया. किसान पर हमला करने से पहले बाघ ने जिस मवेशी को शिकार बनाने की कोशिश की थी, उसकी भी मृत्यु हो गई है. जानकारी मिलते ही रेंजर अर्पित मेरवाल सहित विभागीय अमला मौके पर पहुंचा.
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कई बाघों का मूवमेंट : बाघ के हमले में घायल व्यक्ति को जिला अस्पताल लाया गया. गौरतलब है कि बाघ के ग्रामीणों पर हमले की यह लगातार तीसरी घटना है. 17 और 18 सितंबर को भी पतौर रेंज में दो चरवाहों को जंगल में बाघ घायल कर चुका है. ये सभी घटनाएं पतौर रेंज मे ही हुई हैं. 17 सितंबर को बकेली निवासी बद्री यादव तथा 18 सितंबर को श्यामकिशोर पाल निवासी पटेहरा बाघ के हमले में घायल हुए. अधिकारियों का कहना है कि इस क्षेत्र मे कई बाघों का मूवमेंट है. इसलिये जरूरी नहीं कि उक्त सारी घटनाएं एक ही बाघ ने की हों.