उमरिया। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के हजारों कार्यकर्ताओ द्वारा उमरिया स्टेशन चौराहे पर किए गए अघोषित चक्काजाम को खुलवाने के दौरान पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई थी. इसमें एएसपी सहित 15 पुलिसकर्मी तरह से घायल हो गए. मंगलवार को रानी दुर्गावती चौक पर हुई पुलिस और गोगपा कार्यकताओं के बीच झड़प मामले में पुलिस ने बुधवार को 3 दर्जन से ज्यादा आरोपियों के सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है. घटना के बाद से ही हिंसा में शामिल आरोपियों को हिरासत में लिया गया है. साथ ही क़ई वाहनों को जब्त किया है.
आरोपियों को जेल भेजा : पुलिस ने 37 लोगों को गिरफ्तार किया है. सभी को बुधवार को न्यायालय में पेश किया. पुलिस ने रात में ही उन लोगों के वाहन उठा लिए जो आंदोलन में हिस्सा लेने उमरिया पहुंचे थे. ये वाहन लावारिस हालत में नगर के अलग-अलग हिस्सों में खड़े थे. इनमें ज्यादातर दोपहिया वाहन हैं, जिसके वाहन मालिकों की पहचान हो गई है. ज्यादातर लोग नगर की सीमा से बाहर निकल गए थे. एसपी निवेदिता नायडू ने बताया कि आंदोलन में उमरिया जिले के अलावा डिंडौरी जिले के बजाग जनपद के लोग शामिल थे. छत्तीसगढ़ के भी कई लोग आंदोलन में शामिल थे.
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ये हुए गिरफ्तार : पुलिस यह भी पता लगा रही है कि घटनाक्रम के पीछे और किन-किन लोगों का हाथ है. मुख्य रूप से जिन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, ये हैं राधेश्याम काकोरीया, सूर्यपाल सिंह, अर्मोलोचन सिंह, टेकामस, जीत सिंहगुड्डा परस्ते,चैन सिंहनरेश सिंह पठारी सरपंच, खेलन सिंह, जय सिंह, बिहारी सिंह, जगत नारायण सिंह, चन्द्र भान सिंह, भगवत सिंह, ज्ञानेंद्र सिंह, वीरेंद्र सिंह, विजय सिंह, भाव सिंह, किरण सिंह, देव शरण सिंह, धनपत सिंह आदि.