उमरिया। कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने जिले में संचालित गौशालाओं के संचालन की समीक्षा करते हुए उप संचालक पशु चिकित्सा विभाग को निर्देशित किया कि उनकी मानीटरिंग हेतु एव्हीएफओ को प्रत्येक गौशाला के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त करे. जो प्रतिदिन वाट्सअप पर गौशालाओं से संबंधित जानकारी शेयर करेंगे.
मुस्तैदी से हो गौशाला का संचालन
कलेक्टर उमरिया ने कहा कि गौशाला संचालन कार्य में संलग्न स्व सहायता समूह की महिलाओं को पशु चिकित्सा विभाग के माध्यम से पशुओं के स्वास्थ्य , प्राथमिक उपचार, उनका रख रखाव और भोजन से संबंधित प्रशिक्षण दिया जाए. इसी तरह गौशालाओं के आस-पास चारागाह विकास का कार्य किया जाए. जहां अतिक्रमण की स्थिति निर्मित हो वहां संबंधित एसडीएम तत्काल अतिक्रमण हटाएं.
ये रहे उपस्थित
बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अंशुल गुप्ता, अपर कलेक्टर अशोक कुमार ओहरी, एसडीएम बांधवगढ़ नीरज खरे, एसडीएम पाली नेहा सोनी, उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाए, पशु चिकित्सक , कार्यपालन यंत्री ग्रामीण यांत्रिकीय सेवा , पीओ मनरेगा सहित विभिन्न विभागो के अधिकारी उपस्थित रहे.
वर्तमान में 2 गौशालाएं संचालित
मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अंशुल गुप्ता ने बताया कि वर्तमान में जिले में दो गौशालाएं संचालित हैं. 16 अन्य गौशालाओं में कार्य प्रारंभ हो चुका है. गौशालाओं के संचालन हेतु दिए जाने वाले अनुदान का प्रस्ताव शीघ्र भेजने, बिजली, पानी, चारागाह विकास आदि से संबंधित समस्याओ का निराकरण करने व गोबर से गौ काष्ठ बनाकर स्व सहायता समूह को आय मूलक गतिविधि से जोड़ने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए गए हैं.