उमरिया। जिला मुख्यालय स्थित कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत राजस्व कर्मचारी के बेटे का शव पीलीकोठी के गहरा नाला में पाया गया है. यहां आरोपी (accused) ने आदिवासी युवक की हत्या करके नाले की रेत में शव को दफना दिया था. परिजनों के संदेह (Doubt) पर,मामले का खुलासा हुआ है. 29वर्षीय मृतक का नाम विशाल पनिका पुत्र रामलाल पनिका हालमुकाम कलेक्ट्रेट कालोनी एवं ग्राम-कुठूलिया का बताया गया है. विशाल विगत 18 अक्टूबर से लापता था. जिसकी गुमशुदगी (missing) परिजनों ने उमरिया कोतवाली थाने में दर्ज कराई थी.
तीन हफ्तों बाद मिला शवः जिला मुख्यालय उमरिया में हत्या जैसे जघन्य,सनसनीखेज अपराध की घटना प्रकाश में आई है. जहां एक शासकीय कर्मचारी के बेटे की हत्या कर नाले के किनारे रेत में गाड़ दिया गया था. कई दिनों से लापता युवक का क्षत-विक्षत शव पीली कोठी के पीछे 3 हफ्तों बाद नाले के बीच रेत के कई फीट नीचे गड़ा (buried under sand) मिला है. लापता युवक के परिजनों ने कुछ लोगों पर शंका व्यक्त की थी, जिसके बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ है. वहीं कोतवाली पुलिस के द्वारा हत्या जैसे मामले में विवेचना प्रारंभ करते हुए, संदिग्ध लोगोंं को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. (dead body found after three weeks)
विगत 18 अक्टूबर से लापता था युवकः युवक लगभग 24 दिन पूर्व 18 अक्टूबर से लापता था. जिसकी गुमशुदगी की शिकायत परिजनों ने कोतवाली थाने में की थी. जिला मुख्यालय में हत्या जैसे जघन्य अपराध को अंजाम देने वाले एक नहीं बल्कि तीन लोग थे. बताया जा रहा तीनों मृतक के दोस्त थे. पुलिस ने फिलहाल उन्हें संदेह के आधार पर हिरासत में ले लिया है. मामले से जुड़े तथ्यों छानबीन की जा रही है. हत्या का कारण आधिकारिक रूप से सामने तो नहीं आया है, लेकिन सूत्रों की माने तो आरोपी दोस्तों ने मृतक को दिनांक 18 अक्टूबर की शाम बुलाया था. घटना स्थल पर तीनो दोस्तों ने चौथे दोस्त को मौत की नींद सुला दिया. इसकी अधिकारिक पुष्टि (official confirmation) होना अभी बाकी है.
पुलिस की संजीदगी से खुला मामलाः लापता युवक के गुमशुदगी कायमी के बाद से ही पुलिस एक्टिव रही है.सीडीआर आदि की मदद भी ली जा रही थी. इसी बीच संदिग्धों से कुछ इनपुट मिला, जिसके बाद हत्या जैसे जघन्य अपराध का खुलासा हो पाया है. रविवार को पुलिस ने घटना स्थल पहुंचकर शव की बरामदगी की है और उसे पोस्ट मार्टम के लिए भेज दिया. बेटे के मौत की खबर से पूरे परिवार में मातम पसरा है.पीएम कार्यवाही के बाद अंतिम संस्कार के लिए शव (dead body) उनके परिजनों को सौंप दिया गया है. (case opened with the seriousness of police)