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बड़वानी में किसानों को क्यों सता रहा खेतों में आग का डर, ट्रेंचिंग ग्राउंड से फसलों का क्या कनेक्शन - BARWANI TRENCHING GROUND PROBLEM

अंजड़ नगर में कचरे के ढेर से किसान परेशान हैं. पार्षद ने कहा ट्रेचिंग ग्राउंड में बाउंड्री वॉल सबसे बड़ा मुद्दा है.

ANJAD NAGAR TRENCHING GROUND
किसानों को सता रहा खेतों में आग लगने का डर (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : 10 hours ago

बड़वानी: अंजड़ नगर का ट्रेचिंग ग्राउंड किसानों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है. किसानों का कहना है कि यहां किसी प्रकार की सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं है और न ही बाउंड्री वॉल बनाई गई है. किसानों का आरोप है कि ट्रेचिंग ग्राउंड में लगी आग के कारण उनकी फसलों को नुकसान हो रहा है. वहीं उनका कहना है कि ट्रेचिंग ग्राउंड से खेतों और आसपास बने मकानों में आग लगने का खतरा भी बढ़ गया है.

'खेती करना बन गया है चुनौती'

अंजड़ के ट्रेचिंग ग्राउंड से लगे खेत के किसान बालकृष्ण मालवीय, नारायण यादव और मुकेश पाटीदार सहित अन्य किसानों ने बताया कि "ट्रेचिंग ग्राउंड के कारण यहां खेती करना एक चुनौती बना हुआ है. प्लॉस्टिक की पन्नियां व कचरा सीधे खेतों में जमा हो रहा है. इसके साथ ही ट्रेचिंग ग्राउंड से उठने वाली दुर्गंध से काफी परेशानी होती है. इसे लेकर जनप्रतिनिधियों सहित अधिकारियों को अनेकों बार अवगत कराया है, लेकिन कोई ध्यान देने को तैयार नहीं है."

ट्रेंचिंग ग्राउंड से फसलों को नुकसान का आरोप (ETV Bharat)

'ट्रेचिंग ग्राउंड में बाउंड्री वॉल सबसे बड़ा मुद्दा'

वॉर्ड क्रमांक 7 के पार्षद सचिन यादव ने बताया कि "लगभग 15 साल पहले उक्त स्थान पर ट्रेचिंग ग्राउंड बनाया गया था. ट्रेचिंग ग्राउंड में बाउंड्री वॉल सबसे बड़ा मुद्दा बना हुआ है. कचरे के ढेर में असामाजिक तत्वों द्वारा आग लगा दिया जाता है. जिससे फसलों को नुकसान होता है." वहीं, इस मामले में नगर परिषद के प्रभारी सीएमओ कुशल सिंह डुडवे ने बताया कि "ये मामला संज्ञान में आया है. ट्रेचिंग ग्राउंड का निरीक्षण कर किसानों को हो रही परेशानी से निजात दिलाया जाएगा."

बड़वानी: अंजड़ नगर का ट्रेचिंग ग्राउंड किसानों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है. किसानों का कहना है कि यहां किसी प्रकार की सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं है और न ही बाउंड्री वॉल बनाई गई है. किसानों का आरोप है कि ट्रेचिंग ग्राउंड में लगी आग के कारण उनकी फसलों को नुकसान हो रहा है. वहीं उनका कहना है कि ट्रेचिंग ग्राउंड से खेतों और आसपास बने मकानों में आग लगने का खतरा भी बढ़ गया है.

'खेती करना बन गया है चुनौती'

अंजड़ के ट्रेचिंग ग्राउंड से लगे खेत के किसान बालकृष्ण मालवीय, नारायण यादव और मुकेश पाटीदार सहित अन्य किसानों ने बताया कि "ट्रेचिंग ग्राउंड के कारण यहां खेती करना एक चुनौती बना हुआ है. प्लॉस्टिक की पन्नियां व कचरा सीधे खेतों में जमा हो रहा है. इसके साथ ही ट्रेचिंग ग्राउंड से उठने वाली दुर्गंध से काफी परेशानी होती है. इसे लेकर जनप्रतिनिधियों सहित अधिकारियों को अनेकों बार अवगत कराया है, लेकिन कोई ध्यान देने को तैयार नहीं है."

ट्रेंचिंग ग्राउंड से फसलों को नुकसान का आरोप (ETV Bharat)

'ट्रेचिंग ग्राउंड में बाउंड्री वॉल सबसे बड़ा मुद्दा'

वॉर्ड क्रमांक 7 के पार्षद सचिन यादव ने बताया कि "लगभग 15 साल पहले उक्त स्थान पर ट्रेचिंग ग्राउंड बनाया गया था. ट्रेचिंग ग्राउंड में बाउंड्री वॉल सबसे बड़ा मुद्दा बना हुआ है. कचरे के ढेर में असामाजिक तत्वों द्वारा आग लगा दिया जाता है. जिससे फसलों को नुकसान होता है." वहीं, इस मामले में नगर परिषद के प्रभारी सीएमओ कुशल सिंह डुडवे ने बताया कि "ये मामला संज्ञान में आया है. ट्रेचिंग ग्राउंड का निरीक्षण कर किसानों को हो रही परेशानी से निजात दिलाया जाएगा."

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