उमरिया। प्रदेश में 15 मार्च से रबी की फसलों की खरीदी चालू होने जा रही है, इसके लिए सरकार और प्रशासन तैयारी में जुटा है. उमरिया कलेक्टर ने भी 5 फरवरी तक गिरदावरी का काम पूरा कर रिपोर्ट पेश करने को कहा है. समीक्षा करते हुए कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव निर्देश दिए हैं कि संबंधित पर्यवेक्षण अधिकारी कम से कम से कम 5 प्रतिशत गिरदावरी डाटा का भौतिक सत्यापन सुनिश्चित करें.
बता दें रबी फसल गिरदावरी का कार्य 'सारा एप' के माध्यम से शुरू किया गया है. पटवारी स्तर पर 20 जनवरी को पूरा किया जाना था, वहीं कृषकों से आपत्ति के लिए 25 जनवरी और तहसीलदार स्तर पर आपत्ति के निराकरण के लिए 31 जनवरी तक का समय दिया गया था.
पंजियन कराए किसान
जिला आपूर्ति अधिकारी बीएस परिहार ने बताया कि जिले में बनाए गए 35 उपार्जन केंद्रों में चना मसूर और सरसो की फसलों का पंजीयन किया जा रहा है. उन्होंने किसानों से कहा कि किसान जल्द अपनी फसलों का पंजियन करा ले जिससे उनको किसी तरह की परेशाने से ना जूझना पड़े.
तिलहन किसान को नहीं करना पड़ेगा इंतजार
जिला आपूर्ति अधिकारी बीएस परिहार ने बताया कि किसानों को दलहन की फसल मंडी में बेचने के लिए गेहूं की खरीद बंद होने का इंतजार नहीं करना पड़ेगा. पुरानी व्यवस्था को बदल दिया गया है. इससे किसानों को फायदा और सुविधा होगी.
पंजियन के लिए ये कागजात जरूरी
किसानों को पंजियन के लिए आधार नंबर, समग्र आई डी, जिला सहकारी बैंक की शाखाओं अथवा राष्ट्रीय कृत बैंक मे खोले गये बैंक खाता की पासबुक की छायाप्रति एवं मोबाइल नंबर देना अनिवार्य होगा.
35 खरीदी केंद्र
इस बार जिले में फसल खरीदी के लिए 35 केंद्र बनाए गए हैं, जिससे किसानों को समस्या न हो. इसमें उमरिया, चंदिया, सलैया 5, कौडिया 22, नरवार 25, कोयलारी-2, बिलासपुर, निगहरी, हर्रवाह, अखडार, ताला, करकेली, छांदाखुर्द, मानपुर, ददरौडी, बल्हौड, नौगवां, गढपुरी, पनपथा, उमरिया बकेली, कठार, सिगुडी, इंदवार, भरेवा, कोटरी, बरा, अमरपुर, देवगवां, पडवार, सलैया, डोडका, घुनघुटी, चौरी तथा मालाचुआ शामिल है.