भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 'गाड़ दूंगा, टांग दूंगा, लटका दूंगा' आजकल ऐसी भाषा का प्रयोग अपने हर मंच से कर रहे हैं. और ये बोल उनके प्रदेश के अपराधियों के लिए हैं कि अगर आपने शिवराज के मध्यप्रदेश में कुछ गलत किया तो आपको गाड़, टांग और लटका दिया जाएगा, लेकिन ऐसा होता नहीं दिखता...क्योंकि फिलहाल तो एमपी में महिलाएं और बच्चियों बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं रहीं. सीधी में विधवा से गैंगरेप, राजधानी भोपाल, इंदौर, ग्वालियर और कई और जगह लगातार महिलाओं और बच्चियों के साथ रेप हो रहे हैं. सवाल उठता है कि मध्यप्रदेश में शिवराज तो अपने बयानों से फॉर्म में हैं लेकिन उनकी भांजियों की सुरक्षा कौन करेगा...? ये रिपोर्ट देखिए और समझिए कि हम ऐसा क्यों कह रहे हैं...आंकड़े चौंकते हैं और डराते भी हैं...एक रिपोर्ट मध्यप्रदेश में ये दावा करती है कि प्रदेश में हर दिन 16 रेप हो रहे हैं.
उमरिया में गैंगरेप
बताया जा रहा है कि 14 साल की नाबालिग को आरोपी बहला फुसलाकर अपने साथ ले गए, सबसे पहले लालपुर स्थित ढाबे में कई लोगों ने उसके साथ गैंगरेप किया, फिर पीड़िता को दूसरे युवकों को सौंप दिया गया. ये सभी सुनसान इलाकों में नाबालिग को अपनी हवस का शिकार बनाते रहे. आरोपी यहीं नहीं रुके और पीड़िता को नौरोजाबाद ले गए. वहां फिर दूसरे बदमाशों को नाबालिग को सौंप दिया गया. इस तरह दो दिन तक कई बार अलग-अलग दरिंदे मासूम को अपनी हवस का शिकार बनाते रहे. बड़ी मुश्किल से जब पीड़िता आरोपियों के चंगुल से निकलकर नौरोजाबाद में अपने बड़े पापा के घर पहुंची जहां उसने अपने परिजनों को पूरी जानकारी दी.हालांकि पुलिस ने 24 घंटों के भीतर 8 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
मध्यप्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल ?
सीधी में विधवा से गैंगरेप
पिछले कुछ दिनों से मध्यप्रदेश में कई गैंगरेप और बलात्कार के मामले सामने आए हैं. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि मध्यप्रदेश का लॉ एंड ऑर्डर क्या कर रहा है. सीधी जिले में एक महिला के साथ तीन युवकों ने सामूहिक दुष्कर्म किया. इतना ही नहीं उन युवकों ने दुष्कर्म के बाद महिला के प्राइवेट पार्ट में सरिया भी डाल दिया. पीड़िता को गंभीर अवस्था में पहले सीधी जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया, जहां से रीवा रेफर कर दिया गया. महिला की हालत नाजुक बताई जा रही है. हालांकि, गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने आश्वस्त किया कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.
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ग्वालियर में नाबालिग से गैंगेरप
सीधी के कुछ ही घंटों बाद ग्वालियर के गिरवाई थाना इलाके में नाबालिग छात्रा के साथ गैंगरेप का मामला सामने आया है. 16 साल की छात्रा दूध लेकर अपने घर लौट रही थी, उसी दौरान तीन युवकों ने बीच रास्ते में रोक कर बंधक बना लिया और उसे सुनसान जगह ले गए. उसके बाद इन तीनों आरोपियों ने छात्रा के साथ गैंगरेप को अंजाम दिया.
भोपाल में भी गैंगरेप
जानकारी के मुताबिक घटना शिवपुरी के पोहरी थाना क्षेत्र स्थित एक गांव की है, जहां गांव में रहने वाली एक नाबालिग को अगवा कर चार दोस्तों ने मिलकर बलात्कार कर दिया. परिजनों ने थाने आकर नाबालिग की गुमशदगी की शिकायत दर्ज कराई. वहीं शुक्रवार भी मध्यप्रदेश में हैवानियत के तमाम हदें पार हो गई. राजधानी भोपाल में पुलिस मुख्यालय से महज 500 मीटर की दूरी पर महिला से दुष्कर्म का मामला सामने आया है. अस्पताल से देर रात लौट रही 35 वर्षीय महिला को एक दुकानदार घसीटकर अपनी दुकान में ले गया. जहां उसने महिला को पहले जमकर पीटा और फिर रेप किया.
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खंडवा में भी नाबालिग से रेप के बाद हत्या
जिले के धनगांव थाना क्षेत्र अंतर्गत 13 वर्षीय नाबालिग किराना दुकान पर सामान लेने आई थी, जिसके बाद आरोपी उसे बहलाकर-फुसलाकर घर के अंदर ले गया. इसी मौके का फायदा उठाते हुए उसने बालिका के साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया. विरोध करने पर उसके साथ मारपीट भी करने लगा. इसके बाद उसकी गला घोंटकर हत्या कर दी.
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एमपी में हर दिन 16 महिलाओं से दुष्कर्म
मध्यप्रदेश में महिला अपराधों की बात करें तो इस साल यानी कि जनवरी 2020 से लेकर अक्टूबर 2020 तक ही प्रदेश भर में 45 हजार 920 महिला अपराध घटित हुए हैं. इनमें हत्या, हत्या का प्रयास, मारपीट, अपहरण, दहेज प्रताड़ना समेत छेड़छाड़ और बलात्कार के मामले शामिल हैं. पिछले 8 महीनों में ही 3 हजार 800 से भी ज्यादा महिलाओं के साथ ज्यादती की गई है.509 महिलाओं को तो मौत के घाट उतार दिया गया है. मध्य प्रदेश में मार्च के अंत से कोरोना संक्रमण के चलते लॉकडाउन लगाया गया था. लेकिन लॉकडाउन के दौरान भी महिला अपराधों में कोई गिरावट दर्ज नहीं की गई. महिलाओं के साथ अपराध लॉकडाउन के दौरान भी जारी रहे.चौंकाने वाली बात तो यह है कि लॉकडाउन के दौरान भी 11 हजार से ज्यादा महिला अपराध प्रदेश के अलग-अलग थानों में दर्ज किए गए. वहीं राजधानी भोपाल में भी महिला अपराधों के कई मामले सामने आए हैं. अधिकारियों का दावा है कि महिला अपराधों को लेकर लगातार अभियान चलाया जा रहा है.
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इंदौर में 2020 में 12 गैंगरेप
इंदौर में महिला अपराध में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है, इसमें आकड़ों की बात की जाए तो 2020 में शहर में 12 गैंगरेप और 313 कैस दुष्कर्म के सामने आए थे. हाल के कुछ दिनों में भी जिले में गैंगरेप और बलात्कार के केस सामने आए.
एनसीआरबी के आंकड़ों में भी सच्चाई बयां !
मध्य प्रदेश ऐसा राज्य है जहां न तो महिलाएं सुरक्षित हैं, और न ही बच्चियां, यह हम नहीं कह रहे बल्कि एनसीआरबी के आंकड़े प्रदेश में इन घटनाओं को बयां कर रहे हैं. देशभर में नाबालिग बच्चियों से बलात्कार के मामलों की बात करें, तो सबसे ज्यादा घटनाएं मध्यप्रदेश में ही घटित हुईं हैं. यहां बीते साल 3 हज़ार 337 बच्चियों के साथ बलात्कार किया गया है, तो वहीं दूसरे पायदान पर उत्तर प्रदेश और तीसरे पर महाराष्ट्र हैं.
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गैंगरेप आखिर कब तक ?
सख्त कानून के बावजूद लगातार बढ़ते गैंगरेप इस बात की ओर जरुर इशारा करते हैं कि अब कानून का डर खत्म हो चुका है. गैंगरेप हो या बलात्कार ये एक ऐसा अपराध है जिसकी संख्या दुनिया में हो रहे अपराधों में सबसे ज्यादा है. और अब तो ऐसा लग रहा है कि हम लोग इस शब्द को सुनने के आदि हो गए हैं. सरकार को ये समझना चाहिए कि कठोर बयानों से कुछ नहीं होता आपको वो जमीन पर भी करके दिखाना होगा तभी कुछ हो सकता है.