उमरिया। एमपी की स्वास्थ्य व्यवस्था की हालत कैसी है इसका खुलासा तब हो गया जब उमरिया जिला अस्पताल में वन मंत्री का ही एक्स-रे नहीं हो पाया. वन मंत्री विजय शाह को सीने में लगी चोट के कारण एक्स-रे कराने की सलाह दी गई थी लेकिन उमरिया जिला अस्पताल में बिजली गुल और जनरेटर की व्यवस्था नहीं होने से वन मंत्री का एक्स-रे नहीं हो पाया. अस्पताल प्रबंधन की इस लापरवाही से आगबबूला हुए वनमंत्री ने अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई. साथ ही कलेक्टर को कार्रवाई के निर्देश दिए.
घायल वनकर्मी को देखने पहुंचे थे शाह: वन मंत्री विजय शाह रविवार को जिला अस्पताल उमरिया में बाघ के हमले से घायल डिप्टी रेंजर जितेंद्र सिंह को देखने पंहुचे थे. जहां उन्होंने वनाधिकारी का हाल जाना, चिकित्सकीय सुविधाओं की जानकारी ली और बेहतर उपचार कराने का वनाधिकारी के परिजनों को आश्वासन दिया. इस दौरान भाजपा जिला अध्यक्ष दिलीप पांडेय सहित कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी मौजूद रहे. भ्रमण के दौरान ही मंत्री ने स्वयं की पसलियों में दर्द की शिकायत पर जिला अस्पताल में एक्स-रे कराने की बात कही.
नई की जगह भेजी पुरानी एंबुलेंस, नाराज मंत्री शाह ने धक्का लगाकर लौटाया
अस्पताल में न बिजली, न जनरेटर: एक्स-रे कराने की मांग पर अस्पताल प्रबंधन वनमंत्री विजय शाह को एक्स-रे कक्ष ले तक जाया गया लेकिन बिजली न होने पर मंत्री का एक्स-रे नहीं हो सका. इस पर मंत्री ने अस्पताल में इन्वर्टर/जनरेटर होने की बात कही तो मौजूद चिकित्सक ने बताया कि वह खराब है. यह सुनकर मंत्री विजय शाह भड़क गए और अस्पताल प्रबंधन को जमकर फटकार लगाई. मंत्री विजय शाह ने कलेक्टर कृष्णदेव त्रिपाठी को फोनकर भी नाराजगी जाहिर की और कार्रवाई के निर्देश दिए. वन मंत्री ने बताया कि सुबह वे जिप्सी से पार्क भर्मण कर रहे थे भ्रमण के दौरान उनके सीने में चोट लग गई थी. जिसका एक्सरे कराने उन्होंने जिला अस्पताल प्रबंधन से कहा था.