उमरिया। मध्य प्रदेश के उमरिया जिले के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व (बीटीआर) में एक बाघ मृत पाया गया है. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. बीटीआर के पटौर मुख्य क्षेत्र के तहत बमोर गांव के पास रविवार शाम गश्त के दौरान वनकर्मियों को चार से पांच साल के एक बाघ का शव मिला. हालांकि बाघ की मौत के सही कारण का अभी तक पता नहीं चल पाया है, लेकिन बीटीआर के अधिकारियों को संदेह है कि इसका कारण किसी अन्य बाघ के साथ क्षेत्रीय लड़ाई हो सकता है.
बीटीआर के उप निदेशक ने की पुष्टि
बीटीआर के उप निदेशक लवित भारती ने इसकी पुष्टि की. बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के उप निदेशक लवित भारती ने कहा, श्वान दल की मदद से इलाके की तलाशी करने के बाद, घटनास्थल के 500 मीटर के दायरे में एक बाघ, एक बाघिन और दो बाघ शावकों की मौजूदगी के साक्ष्य मिले हैं. संभवत: बाघों के बीच क्षेत्रीय लड़ाई हुई थी. भारती ने कहा कि इसके चलते क्षेत्र में ग्रामीणों को बाहर न निकलने की सलाह दी गई है. उन्होंने कहा, एक अलर्ट जारी किया गया है और लोगों को किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए क्षेत्र से बाहर निकलते समय सावधानी बरतने की सलाह दी गई है. अधिकारी ने कहा मृत बाघ के शव परीक्षण के बाद, राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) के दिशानिर्देशों के तहत शव को दफनाया गया और इसके विसरा को जांच के लिए प्रयोगशाला में भेजा गया है.
2018 में अखिल भारतीय बाघ अनुमान रिपोर्ट के अनुसार, मध्य प्रदेश में कुल 526 बाघ हैं, जो पूरे देश में किसी भी राज्य में सबसे अधिक है. राज्य में कान्हा, बांधवगढ़, पेंच, सतपुड़ा और पन्ना सहित कई बाघ अभयारण्य भी हैं. रिपोर्ट के अनुसार, हाल के वर्षों में 30 से अधिक बाघ एक नया क्षेत्र खोजने के लिए पन्ना टाइगर रिजर्व (पीटीआर) से बाहर चले गए हैं. पिछले हफ्ते सांता जिले के पीटीआर इलाके में हीरा नाम के बाघ की मौत हो गई थी।
इनपुट - आईएएनएस