उमरिया। बिना अनुमति के निजी वाहनों में सवार होकर बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व क्षेत्र में भ्रमण करने वाले पर्यटकों की वजह से रिजर्व क्षेत्र में विचरण से टाइगर एवं अन्य जानवरों के जीवन पर खतरा मंडरा रहा है. बांधवगढ़ प्रशासन इस तरफ से अनजान रहते हुए पर्यटकों की गतिविधियों पर अंकुश लगाता नहीं दिख रहा है. बांधवगढ़ नेशनल पार्क के संवेदनशील क्षेत्र में निजी वाहन बिना अनुमति भ्रमण करते रहे. दरअसल, यह पूरा मामला उमरिया जिले के बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान का है, जहां रविवार को अज्ञात वाहनों की चहलकदमी ने एक बार फिर प्रबंधन की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगा दिए हैं.
4 प्राइवेट वाहन बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में घूसे: जानकारी मुताबिक, 4 प्राइवेट वाहन बिना किसी अनुमति के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के धमोखर बफर क्षेत्र के गिरूहा नाला का बताया जा रहा है. इलाके में घंटों तक पर्यटक इधर से उधर विचरण करते रहे, जबकि नेशनल पार्क क्षेत्र मे जंगल सफारी के लिए केवल पंजीकृत जिप्सी वाहन ही जा सकती हैं. जिप्सी वाहन के अलावा अन्य कोई वाहन बिना विशेष अनुमति के प्रवेश नहीं कर सकता, ऐसे में वाहनों में भी विभाग से संबंधित कर्मचारी या गाइड का होना अनिवार्य है. निजी वाहनों द्वारा नियमों का खुलेआम उल्लंघन करना दर्शाता है. फिलहाल अब लगता है कि नेशनल पार्क मे स्थिति अफसरों के नियंत्रण से बाहर हो चली है.
Also Read: इन खबरों को पढ़ने के लिए क्लिक करें |
प्रशासन की अनदेखी: बांधवगढ़ नेशनल पार्क में निजी जिप्सी के फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है, जिससे रिजर्व प्रबंधन की किरकिरी होती हुई देखी जा रही है. ऐसे में अब देखने वाली बात यह है कि क्या प्रबंधन इस पर जांच कराएगा और कार्रवाई करेगा या फिर ऐसे ही लचर व्यवस्था को और बढ़ता हुआ देखा जाएगा. बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में 4 चार पहिया वाहन बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के जंगलों में नियमों की अनदेखी कर घूम रहे थे. इसकी जानकारी के लिए टाइगर रिजर्व प्रबंधन के अधिकारी सहायक संचालक सुधीर मिश्रा ने बताया कि "वीडियो की जांच की जा रही है, जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके बाद नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी."