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महाकाल मंदिर से लाउडस्पीकर हटाने का नहीं दिया गया आदेश, मंदिर प्रशासक ने किया खंडन

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Published : Jan 28, 2020, 6:16 PM IST

Updated : Jan 28, 2020, 6:25 PM IST

उज्जैन महाकाल मंदिर के संबंध में एक वीडियो वायरल किया जा रहा है, जिसमे दिखाया गया है कि, कमलनाथ सरकार ने एक आदेश जारी किया है, जिसमें मंदिर से लाउडस्पीकर हटवाने की बात कही गई है. मंदिर प्रशासन ने इसे भ्रम फैलाने वाला बताया.

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महाकाल मंदिर

उज्जैन। महाकाल मंदिर को लेकर एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें बताया जा रहा है कि, प्रदेश की कमलनाथ सरकार ने महाकाल मंदिर में लगे लाउडस्पीकर को हटाने का आदेश दिया है. मामले में महाकाल मंदिर प्रशासक ने लोगों से अपील की है कि इस भ्रामक वीडियो को शेयर ना करें.

महाकाल मंदिर से लाउडस्पीकर हटाने का सरकारी आदेश फेक

महाकाल मंदिर प्रशासक सुजान सिंह रावत ने बताया की, प्रदेश सरकार ने जो आदेश दिया है वो सीहोर जिले के एक मंदिर के संबंध में जारी किया गया है. जिसे कुछ लोग महाकाल मंदिर से जोड़ रहे हैं. उन्होंने इस पर आपत्ति दर्ज कराते हुए कहा है कि वे इसके खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज कराएंगे. प्रदेश की कमलनाथ सरकार ने 9 जनवरी 2020 को सीहोर कलेक्टर के नाम से एक आदेश जारी किया था. जिसमें ध्वनि प्रसारण यंत्रों को एक निश्चित निर्धारित समय के लिए बंद करने के निर्देश दिए गए थे.

उज्जैन। महाकाल मंदिर को लेकर एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें बताया जा रहा है कि, प्रदेश की कमलनाथ सरकार ने महाकाल मंदिर में लगे लाउडस्पीकर को हटाने का आदेश दिया है. मामले में महाकाल मंदिर प्रशासक ने लोगों से अपील की है कि इस भ्रामक वीडियो को शेयर ना करें.

महाकाल मंदिर से लाउडस्पीकर हटाने का सरकारी आदेश फेक

महाकाल मंदिर प्रशासक सुजान सिंह रावत ने बताया की, प्रदेश सरकार ने जो आदेश दिया है वो सीहोर जिले के एक मंदिर के संबंध में जारी किया गया है. जिसे कुछ लोग महाकाल मंदिर से जोड़ रहे हैं. उन्होंने इस पर आपत्ति दर्ज कराते हुए कहा है कि वे इसके खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज कराएंगे. प्रदेश की कमलनाथ सरकार ने 9 जनवरी 2020 को सीहोर कलेक्टर के नाम से एक आदेश जारी किया था. जिसमें ध्वनि प्रसारण यंत्रों को एक निश्चित निर्धारित समय के लिए बंद करने के निर्देश दिए गए थे.

Intro:उज्जैन-- महाकाल मन्दिर के नाम पर एक वीडियो सोशल मीडिया चल रहा है। जिस को लेकर महाकाल मन्दिर की तरफ से FIR करई जाएगी
Body:उज्जैन मध्यप्रदेश शासन गृह विभाग मंत्रालय वल्लभ भवन से कोलाहल नियंत्रण एवं ध्वनि प्रसारण यंत्रों के नियंत्रण के संबंध में एक आदेश जारी किया है ।जिसको लेकर एक वीडियो सोशल मीडिया पर चलाया जा रहा है जो कि सीहोर का है। उक्त आदेश को उज्जैन के महाकाल मंदिर से जोड़ा जा रहा है। वही उज्जैन के महाकाल मंदिर के प्रशासक ने महाकाल मंदिर की छवि खराब करने को लेकर उक्त वीडियो को फैलाने वाले पर एफ आई आर दर्ज करवाने की बात कही है



Conclusion:उज्जैन मध्यप्रदेश कोलाहल नियंत्रण अधिनियम 1985 के अंतर्गत ध्वनि प्रसारण यंत्रों को लेकर मध्य प्रदेश शासन विभाग मंत्रालय के वल्लभ भवन से 9 जनवरी 2020 को एक आदेश जारी किया गया था जो जिला कलेक्टर सीहोर के नाम से दिया गया था इसमें ध्वनि प्रसारण यंत्रों को एक निश्चित निर्धारित अवधि में ही अनुमति प्रदान करने व ध्वनि की निर्धारित मात्रा के संबंध में अधिनियम के अंतर्गत वित्त प्रावधानों का पालन सुनिश्चित कराया जाए तथा इस संबंध में पूर्व से जारी दिशा निर्देशों एवं मानवीय उच्च न्यायालय द्वारा पारित निर्णय के अनुसार रात्रि 10:00 से सुबह 6:00 तक ध्वनि प्रसारण यंत्रों के उपयोग पर सख्ती से पाबंदी लगाया जाए लेकिन इसके विपरीत सोशल मीडिया पर सीहोर में एक वीडियो जारी हुआ जिसमे कुछ लोग इसे मंदिर से जोड़कर वाट्सअप ओर फेसबुक पर वायरल कर रहे है । जो उज्जैन के कई ग्रुपों में भेजा जा रहा है इस वीडियो में बताया गया है कि किसी मंदिर पर लाउडस्पीकर नहीं लगाने को लेकर अधिकारी ने निर्देश दिया है वीडियो को उज्जैन के महाकाल मंदिर को जोड़ने का प्रयास किया गया है ।




उज्जैन इसी को लेकर महाकाल मंदिर के प्रशासक सोजान सिंह रावत ने खंडन जारी करते हुवे लोगो से आग्रह किया है और वाट्सअप पर महाकाल मंदिर के विरुद्ध इस तरह के वीडियो बिना जांच के सोशल मीडिया पर चला रहे है । अपील करने के बावजूद कुछ लोगों ने इसे वायरल किया है उन लोगों के खिलाफ महाकाल मंदिर प्रबंध समिति की ओर से एफआईआरदर्ज करवाई जाएगी ।

बाइट---सोजान सिंह रावत प्रशासक महाकाल मंदिर
Last Updated : Jan 28, 2020, 6:25 PM IST
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