उज्जैन। उज्जैन में जिम बंद करने के आदेशों के बाद बुधवार को टावर चौक पर जिम संचालकों ने अनोखा प्रदर्शन किया. दरसअल, लगातार कोरोना संक्रमितों के बढ़ते आंकड़ों को देखते हुए 2 दिन पहले ही उज्जैन कलेक्टर ने रेस्टोरेंट, जिम समेत कई प्रतिष्ठान बंद करने का फैसला लिया था. यहां बड़ी संख्या में आम लोग एक जगह इकट्ठा होते हैं. जिसके बाद कल ही एक जिम पर अधिकारियों ने पहुंचकर बंद करने के आदेश दिए. इसके बाद भी जिम का संचालन करने को लेकर छापामार कार्रवाई की गई. आज जिम संचालकों ने कपड़े उतार कर न सिर्फ दंड लगाए बल्कि हाथों में डंबल्स लेकर एक्सरसाइज भी की.
प्रदेश में 50,000 से ज्यादा का रोजगार छिनेगा
जिम संचालक राहुल भदौरिया ने बताया कि उज्जैन में 50 से अधिक जिम हैं और इन सभी से करीब 250 लोगों का पेट पलता है. अब अगर इस हिसाब से मध्य प्रदेश में 52 जिले की बात करें तो करीब 50 हजार लोगों के सामने रोजी रोटी की दिक्कत खड़ी हो जाएगी. इनकी दलील है कि एक्सरसाइज करने से इम्यूनिटी पावर बढ़ता है.
जिम से कोरोना का एक भी केस नहीं है
जिम संचालकों का कहना है कि उज्जैन सहित अन्य जिलों के 90% जिम या तो किराए पर चल रहे हैं या लोन लेकर खरीदे गए हैं. अब अगर अनिश्चितकालीन यह जिम बंद हो जाएंगे तो जिम का किराया और लोन कौन चुकाएगा. क्या प्रदेश सरकार लोन माफ कराएगी या हमारा किराया सरकार भरेगी. आज तक उज्जैन में एक भी कोरोना का केस जिम से नहीं मिला है. इससे पहले भी लॉकडाउन में इतने दिन बंद रहने के बाद जैसे-तैसे गाड़ी पटरी पर आई थी. आज फिर एक बार जिम संचालकों को बंद करने का फरमान जारी कर दिया गया है.