उज्जैन। 12 ज्योतिर्लिंग में से एक महाकालेश्वर मंदिर में 11 अक्टूबर 2022 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाकाल लोक का लोकार्पण किया था. तभी से महाकालेश्वर मंदिर का सेकंड फेस का कार्य चल रहा है. दिन पर दिन महाकाल मंदिर का क्षेत्रफल भी बड़ा हो रहा है. महाकाल मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या भी 4 गुना बढ़ गई है. महाकाल के आसपास का इलाका भी विशेष समुदाय का है और यहां से कई बार सिमी के कार्यकर्ता और पीएफआई के कार्यकर्ता एटीएस द्वारा पकड़े गए हैं.
आतंकी घटना से निपटने की मॉकड्रिल : आतंकवादी धमकियां भी महाकाल मंदिर को मिलती रही हैं. ऐसे में यदि महाकालेश्वर मंदिर में आतंकी हमला होता है तो उसे कैसे निपटा जा सके, इसको लेकर पूरी रात एनएसजी कमांडो द्वारा अभ्यास किया गया. अभ्यास की शुरुआत महाकाल लोक से की गई. यहां पर पूरे महाकाल लोक में अंधेरा कर दिया गया और आम जनता पर रोक लगा दी गई. मीडिया को भी नही जाने दिया. दरअसल, केंद्र सरकार की नेशनल सुरक्षा एजेंसी एनएसजी कमांडो द्वारा यह अभ्यास सोमवार दिनभर चलता रहा. यह अभ्यास पुलिस लाइन में किया गया.
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आधी रात तक चला अभ्यास : इसके बाद रात 9 बजे से लेकर प्रातः काल ढाई बजे तक अभ्यास चला. जिसमें महाकाल लोक से कमांडो ने अपनी एंट्री की और बख्तरबंद गाड़ियों से कमांडो मौके पर पहुंचे और मोर्चा संभालते नजर आए. वहीं ड्रोन कैमरे से लेस और बॉम्ब स्क्वाड डॉग भी कमांडो के साथ दिखाई दिए. हेलीकॉप्टर से मौके पर मोर्चा संभालते हुए कमांडो ने महाकाल लोक से लेकर महाकाल मंदिर तक आतंकवादियों से निपटने को लेकर एक रोडमैप तैयार किया और अभ्यास करते हुए श्रद्धालुओं कैसे आतंकियों से बचाया जा सके, इसकी मॉक ड्रिल की.