उज्जैन। जिले में जितने भी लोगों के मोबाइल चोरी या गुम हो जाते हैं, उसको लेकर पुलिस लगातार कार्य करती रहती है और सभी मोबाइलों की गुमशुदगी की शिकायत लेकर सभी को सर्वर पर डालकर नजर रखी जाती है. जैसे ही मोबाइल की लोकेशन ट्रेस होती है और मोबाइल जब्त कर उनको इकट्ठा किया जाता है. कई लोग ऐसे रहते हैं कि मोबाइल पुलिस थाने में जमा करा जाते हैं. गुरुवार को जिला पुलिस ने 3 वर्षों के अंतराल में लगभग 22 लाख कीमत के 104 मोबाइल गुम हो गए. आम जन के मोबाइल फोन ट्रेस कर ढूंढ़ निकाले और सभी मोबाइल मालिकों को पुलिस अधीक्षक कार्यालय कंट्रोल रूम आमंत्रित कर मोबाइल लौटाए.
पुलिस की सराहनीय लोगों ने दिया धन्यवाद: गुरुवार को जैसे ही उज्जैन पुलिस कंट्रोल रूम में जिन लोगों के मोबाइल गुम हो गए थे. उन लोगों को पुलिस ने सूचना देकर कंट्रोल रूम पर बुलाया और दो साल पुराने मोबाइल पाकर मालिकों के चेहरे की मुस्कुराहट देखते ही बन रही थी. आम जन ने पुलिस के इस सराहनीय काम को लेकर धन्यवाद दिया. युवक ने कहा कि 1 साल पहले उसका मोबाइल महाकालेश्वर मंदिर से गुम हुआ था. आज 1 साल बाद उम्मीद नहीं था. उज्जैन पुलिस को सभी मोबाइल मालिकों की ओर से धन्यवाद देता हूं.
मोबाइल ऐसे होती है चोरी: जैसे कोई घर के बाहर मोबाइल पर बात कर रहा है और पीछे से बाइक पर सवार होकर आए बदमाश मोबाइल छीन कर भाग जाते हैं. कई लोग दुकान में मोबाइल पर हाथ साफ कर जाते हैं. कई लोगों के मोबाइल गिर जाते हैं, ऐसे मोबाइलों की शिकायत पर पुलिस लगातार निगरानी रखती है और जानकारी लगते ही मोबाइलों को जब्त कर जमा कर लेती है. गुम हुए मोबाइल मामले में एसपी सचिन शर्मा ने कहा कि "बड़ी सफलता हाथ लगी है. अलग -अलग थाना क्षेत्रों की मदद से साइबर पुलिस ने लाखों रुपए की कीमत के मोबाइल को खोज निकाले और उन्हें लोगों को वापस गुम हुए मोबाइल वापस दिए जाते हैं."