उज्जैन. 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक महाकालेश्वर मंदिर पहले से सिमी के निशाने पर रहा है. उज्जैन पहले से सिमी का गढ़ रहा है.ऐसे में एनएसजी कमांडो के आज महाकालेश्वर मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर आपातकाल की स्थिति से निपटने के लिए मॉकड्रिल की जाएगी. उसमें एनएसजी कमांडो की तरफ से अभ्यास किया जाएगा. इससे मंदिर में यदि आतंकी हमला होता है, तो कैसे और कौन से रास्ते से कमांडो मंदिर तक पहुंच सके और श्रद्धालुओं को सुरक्षित बाहर निकल सकें. एनएसजी कमांडो आज रात को मॉकड्रिल करेंगे.
श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर की जाएगी तैयारी: महाकालेश्वर मंदिर में जैसे-जैसे परिसर बड़ा होते जा रहा है, वैसे-वैसे श्रद्धालुओं की संख्या भी बढ़ती जा रही है. अब प्रशासन के सामने सबसे बड़ी चुनौती है कि महाकाल मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, मंदिर परिसर को सुरक्षित कैसे बनाया जा सके. यदि मंदिर में आतंकी गतिविधि होती है, तो उसे एनएसजी कमांडो के द्वारा महाकाल मंदिर में कहां से और कैसे एंट्री कर सकते हैं और जो श्रद्धालु आतंकियों के कब्जे में हैं, तो उन्हें कैसे बचाया जा सकता है.
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इसको लेकर आज एनएसजी कमांडों महाकालेश्वर मंदिर में अभ्यास करेंगे. इसमें आतंकवादियों से श्रद्धालुओं को छुड़ाने का प्रयास किया जाएगा. यह अभ्यास मंदिर की सुरक्षा और आने वाले समय में ऐसी कोई स्थिति उत्पन्न होती है, तो उसे कैसे निपटा जा सके. अभी फिलहाल इस पूरे मामले में कोई भी आधिकारिक बयान देने को तैयार नहीं है. यह सुरक्षा का मामला है.
आतंकवादियों की हिट लिस्ट में शामिल महाकालेश्वर: बता दें, महाकाल मंदिर हमेशा आतंकी गतिविधियों में लिस्ट में रहा है. इसी को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा के विकल्प तलाशे जा रहे हैं. इसी के तहत मॉकड्रिल रात 9:00 बजे से प्रातः काल ढाई बजे तक के बीच में किया जा सकता है. इस दौरान मंदिर पर सेना का हेलिकॉप्टर भी मंडरेंगे.