उज्जैन। सबसे पहले 2013 में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विधानसभा चुनाव के दौरान नागदा को जिला बनाने की बात कही थी. इसके बाद 2018 में तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ के द्वारा भी नागदा को जिला बनाने की घोषणा की गई थी. वहीं, अब 2023 में विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 20 जुलाई को नागदा में एक रोड शो किया था और एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने मंच से नागदा को जिला बनाने की घोषणा कर दी.
खाचरोद को नागदा में जोड़ने पर लोगों का विरोधः घोषणा के बाद सीएम ने कहा था कि "जो तहसील स्वयं से नागदा जिले में शामिल होना चाहती हैं उन तहसीलों को नए जिले में शामिल किया जाएगा और जो नहीं आना चाहती हैं वह उज्जैन में रह सकती हैं." नागदा जिला बनने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. अब खाचरोद तहसील को नागदा में जोड़ने को लेकर स्थानीय लोगों ने दुकानें बंद कर विरोध जताया है और कहा कि या तो खाचरोद को जिला बनाया जाए या फिर उज्जैन जिले में रहने दिया जाए.
खाचरोद को बनाया जाए जिलाः खाचरोद रहवासी प्रहलाद चंद्र शर्मा ने बताया कि, ''खाचरोद को जिला बनाया जाना चाहिए, नहीं तो उज्जैन जिले में ही रखा जाये. सीएम ने भी कहा था कि जो तहसील जाना चाहती हैं वो ही जाएंगी, तो फिर हमसे क्यों नहीं पूछा जा रहा है." सभी क्षेत्रवासी रैली निकालकर मुख्य सचिव के नाम ज्ञापन देंगे.
20 जुलाई को नागदा को जिला बनाने की घोषणाः बता दें 20 जुलाई को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नागदा तहसील में करोड़ों रुपये की सौगात के भूमिपूजन और लोकार्पण किए थे. इसी दौरान उन्होंने एक रोड शो किया था. साथ ही मंच से नागदा को जिला बनाने की घोषणा की थी. इसके बाद उन्होंने मंच से कहा था कि यदि जो तहसील नागदा जिले में शामिल होना चाहती है वह आ सकती है और जो उज्जैन जिले में रहना चाहती है वह उज्जैन जिले में रह सकती है, जिसको लेकर एक नोटिफिकेशन जारी भी हो चुका है. जल्द ही नागदा को जिला बना दिया जाएगा.