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महाकाल मंदिर में कॉलिंग सिस्टम! भस्म आरती की परमिशन को लेकर मंदिर समिति करने जा रही है नया प्रयोग

उज्जैन में महाकालेश्वर के भक्तों को मंदिर समिति बड़ी सुविधा देने जा रही है. जिससे भस्म आरती परमिशन को लेकर हो रही कालाबाजारी और ठगी पर रोक लग सकेगी. श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मंदिर समिति ने निर्णय लिया है कि जल्द ही महाकाल मंदिर के काल सेंटर से फोन द्वारा श्रद्धालुओं से फीडबैक लिया जाएगा. भस्म आरती परमिशन करवाने वाले सभी श्रद्धालुओं के पास एक फीडबेक मैसेज भी भेजा जाएगा, इस मैसेज में महाकाल मंदिर और भस्म आरती से जुड़े 5 सवाल होंगे जिनको भरकर श्रद्धालु देंगे.

Calling System in Mahakal Temple
महाकाल मंदिर में कॉलिंग सिस्टम
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Published : Dec 3, 2022, 6:56 PM IST

Updated : Dec 3, 2022, 7:19 PM IST

उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग बाबा महाकालेश्वर मंदिर में हर रोज बड़ी संख्या में श्रद्धालु बाबा की भस्म आरती दर्शन करने पहुंचते हैं. भस्म आरती दर्शन के लिए ऑनलाइन व ऑफलाइन बुकिंग और प्रोटोकॉल सुविधा हमेशा से उपलब्ध है, लेकिन कुछ असामजिक तत्वों द्वारा मंदिर के बाहर श्रद्धालुओं के अनजान होने का फायदा उठा कर उन्हें भ्रमित कर उनसे ठगी और कालाबाजारी के कई मामले आए दिन सामने आते रहते हैं, जिसे गम्भीरता से लेते हुए मंदिर समिति अब एक नया प्रयोग जल्द शुरू करने वाली है.

कॉलिंग सिस्टम से मिलेगी हर जानकारी: मंदिर प्रशासक संदीप सोनी ने बताया कि यह प्रयोग फीड बैक फॉर्म से संबंधित है और कॉलिंग सिस्टम से जिससे आम जन मंदिर से जुड़ी हर एक जानकारी मिल पाएगी. साथ ही इस फॉर्म से मंदिर में सुविधा और बेहतर करने व कालाबाजरी करने वालो को पकड़ने में मदद मिलेगी. दरअसल महाकाल मंदिर में आने वाले भक्त बड़ी संख्या में भस्म आरती करना चाहते हैं. लेकिन हर दिन केवल 1600 लोगों को ही इजाजत मिलती है. ऐसे में कई लोग आरती के नाम पर भक्तों को ठग लेते हैं.

श्रद्धालुओं से लिया जाएगा फीडबैक: मंदिर प्रशासक संदीप सोनी ने जानकारी देते हुए बताया की श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए अब महाकाल मंदिर समिति ने निर्णय लिया है कि जल्द ही महाकाल मंदिर के काल सेंटर से फोन द्वारा श्रद्धालुओं से फीडबैक लिया जाएगा. साथ ही भस्म आरती परमिशन करवाने वाले सभी श्रद्धालुओं के पास एक फीड बेक मैसेज भी भेजा जाएगा, इस मैसेज में महाकाल मंदिर और भस्मार्ती से जुड़े 5 सवाल होंगे जिनको भरकर श्रद्धालु देंगे, जिससे माना जा रहा है श्राद्धालुओं के साथ होने वाली कालाबाजारी से श्रद्धालुओं को निजात मिलेगी, श्रद्धालुओं को मंदिर से जुड़ी हर जानकारी उपलब्ध होगी और मंदिर की छवि धूमिल नही होगीं.

Baba Mahakal के दरबार में भिड़े श्रद्धालु, लाइन में आगे निकलने की होड़ में हुआ झगड़ा

यह 5 सवाल मिलेंगे फीड बैक फॉर्म में

1-भस्म आरती में आपका अनुभव कैसा था.
2-भस्म आरती की परमिशन आपने किसके माध्यम से करवाई.
3-भस्म आरती की परमिशन के लिए आपको कितना शुल्क देना पड़ा.
4-कोई असुविधा तो नहीं हुई.
5-आरती की परमिशन के लिए आपसे तय शुल्क से ज्यादा रुपए की डिमांड तो नहीं की गई.

अभी ऑनलाइन-ऑनलाइन होती है पूजन बुकिंग: महाकाल मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए भस्म आरती की परमिशन ऑफलाइन और ऑनलाइन के माध्यम से होती है. ऑफलाइन परमिशन के लिए भक्तों को एक दिन पहले मंदिर में टिकट विंडो पर पहुंचकर अपनी अनुमति लेना होती है जो की निशुल्क रहती है. इसके साथ ही ऑनलाइन के माध्यम से होने वाली परमिशन के लिए श्रद्धालु मंदिर की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन परमिशन करवा सकते हैं, जिसके लिए 200 रुपए शुल्क देना होता है. साथ ही प्रोटोकॉल में भी भक्तों को परमिशन मिलती है, जिसमें अधिकारी, राजनेता, मंत्री, विधायक, सांसद और मीडिया का अलग अलग कोटा है.

उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग बाबा महाकालेश्वर मंदिर में हर रोज बड़ी संख्या में श्रद्धालु बाबा की भस्म आरती दर्शन करने पहुंचते हैं. भस्म आरती दर्शन के लिए ऑनलाइन व ऑफलाइन बुकिंग और प्रोटोकॉल सुविधा हमेशा से उपलब्ध है, लेकिन कुछ असामजिक तत्वों द्वारा मंदिर के बाहर श्रद्धालुओं के अनजान होने का फायदा उठा कर उन्हें भ्रमित कर उनसे ठगी और कालाबाजारी के कई मामले आए दिन सामने आते रहते हैं, जिसे गम्भीरता से लेते हुए मंदिर समिति अब एक नया प्रयोग जल्द शुरू करने वाली है.

कॉलिंग सिस्टम से मिलेगी हर जानकारी: मंदिर प्रशासक संदीप सोनी ने बताया कि यह प्रयोग फीड बैक फॉर्म से संबंधित है और कॉलिंग सिस्टम से जिससे आम जन मंदिर से जुड़ी हर एक जानकारी मिल पाएगी. साथ ही इस फॉर्म से मंदिर में सुविधा और बेहतर करने व कालाबाजरी करने वालो को पकड़ने में मदद मिलेगी. दरअसल महाकाल मंदिर में आने वाले भक्त बड़ी संख्या में भस्म आरती करना चाहते हैं. लेकिन हर दिन केवल 1600 लोगों को ही इजाजत मिलती है. ऐसे में कई लोग आरती के नाम पर भक्तों को ठग लेते हैं.

श्रद्धालुओं से लिया जाएगा फीडबैक: मंदिर प्रशासक संदीप सोनी ने जानकारी देते हुए बताया की श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए अब महाकाल मंदिर समिति ने निर्णय लिया है कि जल्द ही महाकाल मंदिर के काल सेंटर से फोन द्वारा श्रद्धालुओं से फीडबैक लिया जाएगा. साथ ही भस्म आरती परमिशन करवाने वाले सभी श्रद्धालुओं के पास एक फीड बेक मैसेज भी भेजा जाएगा, इस मैसेज में महाकाल मंदिर और भस्मार्ती से जुड़े 5 सवाल होंगे जिनको भरकर श्रद्धालु देंगे, जिससे माना जा रहा है श्राद्धालुओं के साथ होने वाली कालाबाजारी से श्रद्धालुओं को निजात मिलेगी, श्रद्धालुओं को मंदिर से जुड़ी हर जानकारी उपलब्ध होगी और मंदिर की छवि धूमिल नही होगीं.

Baba Mahakal के दरबार में भिड़े श्रद्धालु, लाइन में आगे निकलने की होड़ में हुआ झगड़ा

यह 5 सवाल मिलेंगे फीड बैक फॉर्म में

1-भस्म आरती में आपका अनुभव कैसा था.
2-भस्म आरती की परमिशन आपने किसके माध्यम से करवाई.
3-भस्म आरती की परमिशन के लिए आपको कितना शुल्क देना पड़ा.
4-कोई असुविधा तो नहीं हुई.
5-आरती की परमिशन के लिए आपसे तय शुल्क से ज्यादा रुपए की डिमांड तो नहीं की गई.

अभी ऑनलाइन-ऑनलाइन होती है पूजन बुकिंग: महाकाल मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए भस्म आरती की परमिशन ऑफलाइन और ऑनलाइन के माध्यम से होती है. ऑफलाइन परमिशन के लिए भक्तों को एक दिन पहले मंदिर में टिकट विंडो पर पहुंचकर अपनी अनुमति लेना होती है जो की निशुल्क रहती है. इसके साथ ही ऑनलाइन के माध्यम से होने वाली परमिशन के लिए श्रद्धालु मंदिर की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन परमिशन करवा सकते हैं, जिसके लिए 200 रुपए शुल्क देना होता है. साथ ही प्रोटोकॉल में भी भक्तों को परमिशन मिलती है, जिसमें अधिकारी, राजनेता, मंत्री, विधायक, सांसद और मीडिया का अलग अलग कोटा है.

Last Updated : Dec 3, 2022, 7:19 PM IST
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