उज्जैन। धर्मनगरी उज्जैन में हर 12 साल में महाकुंभ का आयोजन होता है, जिसमें बड़ी संख्या में साधु, संत और श्रद्धालु शिप्रा नदी में आस्था की डुबकी लगाने पहुंचते हैं. शिप्रा नदी के आसपास के क्षेत्रों में महाकुंभ के मेले का आयोजन किया जाता है. साधु-संतों के पंडाल लगाए जाते हैं. कुंभ का मेला खत्म होने के बाद अवैध कब्जाधारियों के द्वारा जमीन पर अवैध कब्जा कर लिया गया था. इन लोगों ने यहां पक्के निर्माण कर मकान, दुकान, गोडाउन और कारखाने बना लिए. गुरुवार को नगर निगम की टीम के द्वारा एक बार फिर कार्रवाई को अंजाम दिया गया. कब्जाधारियों के अतिक्रमण के हिस्से को गिरा कर जमींदोज करने की कार्रवाई की गई.
नगर निगम ने की कार्रवाई: बड़नगर रोड पर मुरली पुरा स्थित दांडी आश्रम के पास 10 से 12 की संख्या में बड़े गोदाम एवं कारखाने सिंहस्थ क्षेत्र की भूमि पर संचालित किए जा रहे थे. निगम ने अवैध निर्माण हटा दिये गए थे, लेकिन कुछ अवैध कारखाने एवं गोदाम का निर्माण करने वाले व्यापारी न्यायालय से स्टे ले आये थे, इसलिए कार्रवाई नहीं हो पाई. अब न्यायालय ने स्टे हटा दिया है तो निगम ने फिर से अवैध निर्माण को हटाने की कार्रवाई शुरू कर दी है.
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बड़नगर में कार्रवाई: बड़नगर रोड स्थित कुंभ मेले की जमीन पर इसके पहले भी कई लोगों के द्वारा अवैध रूप से कब्जा कर मकान बना लिया गया था. जिस पर नगर निगम की टीम ने कार्रवाई करते हुए उसको मुक्त करा लिया गया था, लेकिन कई कब्जाधारी ऐसे थे जिन्होंने कारखाने और गोडाउन बना रखे थे और कोर्ट से स्टे ले आया थे. अब कोर्ट ने स्टे हटा दिया है, तो गुरुवार को निगम द्वारा जेसीबी के माध्यम से शेष बचे दो अवैध कारखाने जिसमें अजीज भाई, रशीदा बी और रईस खान द्वारा किए गए अवैध अतिक्रमणों को हटाने की कार्रवाई भवन निरीक्षक संगीता पवार और गैंग प्रभारी मोनू थनवार द्वारा पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में की गई.