उज्जैन। 12 ज्योतिर्लिंग में से एक महाकालेश्वर मंदिर में महाशिवरात्रि पर्व मनाया जा रहा है. जिसमें 9 दिनों तक भगवान महाकाल अलग-अलग रूपों में अपने भक्तों को दर्शन दे रहे हैं. महाकाल मंदिर के पंडे पुजारियों द्वारा भगवान महाकाल का रोज अलग-अलग रूपों में श्रृंगार किया जाता है. जिसमें भगवान महाकाल को विभिन्न प्रकार के फल फ्रूट से सजाया जाता है. साथ ही सिल्क वस्त्र पहनाए जाते हैं. भगवान महाकाल ने शुक्रवार को अपने भक्तों को शिव तांडव के रूप में दर्शन दिए हैं.
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शिव तांडव के रूप में भक्तों को दिए दर्शन: उज्जैन महाकालेश्वर मंदिर में शिव नवरात्रि के आठवें दिन भगवान महाकाल का शिव तांडव के रूप में श्रृंगार किया गया. जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु भगवान महाकाल के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं. माना जाता है कि भगवान महाकाल के शिव तांडव के रूप में दर्शन करने से भक्तों की इच्छाएं पूर्ण होती है. भगवान महाकाल अपने भक्तों को इस रूप में दर्शन देते हैं.
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शिव तांडव की मुद्रा में महाकाल : उज्जैन महाकाल मंदिर में शिव नवरात्रि का पर्व चल रहा है. यह पर्व 9 दिनों तक उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में धूमधाम से मनाया जाता है. महाशिवरात्रि पर्व पर भगवान शिव की पूजा पाठ महाकाल मंदिर के पंडे पुजारियों द्वारा की जाती है. वहीं भगवान महाकाल का दूध, दही, घी सहित अन्य प्रकार की सामग्री से अभिषेक किया जाता है. इसके बाद भगवान महाकाल को शृंगार कर तैयार किया जाता है. जिसमें सिल्क वस्तु भगवान को चढ़ाए जाते हैं फिर भगवान शिव अपने भक्तों को दर्शन देते हैं. भगवान महाकाल का आज श्रंगार शिव तांडव के रूप में हुआ है. माना जाता है कि शिव तांडव नृत्य की मुद्रा में भगवान शिव का श्रृंगार किया गया है. रावण ने आराध्य भगवान शिव के लिए शिव तांडव स्त्रोत की रचना की थी. तभी से भगवान शिव तांडव में नृत्य करते नजर आए थे. वहीं शिव नवरात्रि के 9 दिनों तक भगवान महाकाल के आंगन में यह पर्व मनाने की परंपरा है.