उज्जैन। महाकाल मंदिर में नए साल के पहले दिन उमड़े लाखों श्रद्धालु ने एक ही दिन में दर्शन करने के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए. महाकाल के खजाने में भी इजाफा हुआ है. महाकाल मंदिर को 1 दिन में लड्डू प्रसाद और 251 के शीघ्र दर्शन टिकट से करीब 42 लाख रुपए की आय हुई है. वहीं अभी मंदिर में रखी अलग-अलग दान पेटी, दान रसीद से प्राप्त आय के आंकड़े आना बाकी है.
एक दिन में हुई करीब 42 लाख की आय : उज्जैन महाकाल के दर्शन को लेकर देशभर से आए करीब साढ़े 5 लाख श्रद्धालुओं ने महाकाल के दर्शन किए. जब से महाकाल लोक का लोकार्पण हुआ है, तब से मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है. मंदिर समिति के लड्डू प्रसाद के विभिन्न काउंटरों से एक दिन में करीब 70 क्विंटल लड्डू प्रसाद का विक्रय हुआ है. जिसमें करीब 25 लाख से अधिक की आय प्राप्त की है. वहीं 251 रुपए शीघ्र दर्शन टिकट के माध्यम से करीब 17 लाख रुपए प्राप्त हुए हैं. एक ही दिन में मंदिर समिति को कुल राशि 42 लाख रुपए मिले है. 1 जनवरी 2023 को एक ही दिन में हुई आय ने पिछले दो वर्ष के रिकार्ड तोड़ दिए. महाकालेश्वर मंदिर समिति को इस वर्ष एक ही दिन में लड्डू प्रसाद और शीघ्र दर्शन टिकट से जो आय हुई है. उससे दो वर्ष के रिकार्ड टूट गए हैं. जहां वर्ष 2021 में कोरोना प्रतिबंध के कारण मंदिर की आय प्रभावित हुई थी. वहीं इसके पहले वर्ष 2020 में 1 जनवरी को सभी प्रकल्प जिसमें प्रसाद, दर्शन टिकट, दान राशि, चांदी के सिक्के की बिक्री और भेंट पेटी से कुल आय 23 लाख 9 हजार 409 रुपए हुई थी. जबकि इस वर्ष की एक दिन की आय बीते दो वर्ष में दोगुनी हुई है.
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करीब 5 लाख श्रद्धालुओं ने किए महाकाल के दर्शन: उज्जैन महाकाल मंदिर समिति के प्रशासक संदीप सोनी ने बताया कि उज्जैन महाकाल मंदिर में 1 जनवरी को देशभर से करीब साढ़े पांच लाख श्रद्धालु मंदिर पहुंचे थे. दर्शन व्यवस्था श्री महाकाल लोक के नंदी द्वार से की गई थी. एक बड़े कॉरिडोर के कारण ही संभव हुआ कि इतनी अधिक संख्या में आए श्रद्धालुओं को सहजता से दर्शन करा सके. मंदिर समिति से विक्रय होने वाले लड्डू प्रसाद के काउंटर की व्यवस्था इस तरह से की गई थी कि कोई भी मार्ग बंद होने पर अगले काउंटर से श्रद्धालुओं को लड्डू प्रसाद प्राप्त हो सके. रात तक दर्शन व्यवस्था चलने के बाद करीब 65 से 70 क्विंटल लड्डू प्रसाद का विक्रय हुआ है. जिसमें 360 रुपए प्रतिकिलो के आधार पर करीब 25 लाख से अधिक की आय हुई है. 1 जनवरी को अत्यधिक भीड़ होने के कारण 250 रुपए शीघ्र दर्शन टिकट से दर्शन की व्यवस्था मात्र 3 घंटे चलाई गई थी. इस दौरान ऑनलाइन और ऑफलाइन शीघ्र दर्शन टिकट लेने वाले श्रद्धालुओं के माध्यम से 3 घंटे में करीब 17 लाख रुपए की आय प्राप्त हुई है.