उज्जैन। 12 ज्योतिर्लिंगों से एक महाकालेश्वर मंदिर में सावन के महीने की शुरुआत होने जा रही है. ऐसे में श्रद्धालुओं की बड़ी आस्था रहती है कि भगवान महाकाल के दर्शन सावन में हो सके. सावन में लाखों की संख्या में श्रद्धालु उज्जैन महाकाल की नगरी पहुंचेंगे. जो बाबा महाकाल के दर्शन के साथ-साथ बाबा महाकाल की सवारी के दर्शन भी कर सकेंगे, लेकिन काफी समय से उज्जैन की जनता के लिए एक नया द्वार बनाने की बात चल रही थी. आज जनप्रतिनिधियों ने कलेक्टर से बात कर उसे जुलाई के महीने में चालू करने की बात कही है. यहां से उज्जैन शहर वासियों के लिए प्रवेश दिया जाएगा, उसके लिए शहर वासियों को अपना आधार कार्ड दिखाना अनिवार्य होगा.
अलग गेट की शुरुआत जुलाई से: महाकाल मंदिर में अब उज्जैन वासियों को महाकाल मंदिर में प्रवेश जल्द मिल सकेगा. इसके लिए उज्जैन जनप्रतिनिधियों ने कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम से मुलाकात की और कहा कि सावन के महीने में उज्जैन नगर वासियों के लिए एक अलग से द्वार खोला जाए. जिसमें उज्जैन नगर के वासी अपना आधार कार्ड दिखाकर महाकाल मंदिर में प्रवेश कर सके, क्योंकि महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन के लिए अभी मानसरोवर से होकर महाकाल दर्शन के लिए जाना पड़ता है. जिसमें बाहर से आने वाले श्रद्धालु और उज्जैन के श्रद्धालु दोनों एक साथ शामिल होकर जाते हैं. इसी को लेकर एक अलग से द्वार बनाने की बात काफी समय से चल रही थी. जिस पर अब मुहर लग चुकी है. जुलाई में इसकी शुरुआत हो जाएगी.
प्रतिनिधियों ने कलेक्टर से की मुलाकात: उज्जैन सांसद अनिल फिरोजिया, पूर्व मंत्री पारस जैन और महापौर मुकेश पटवाल ने कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम से मुलाकात की. उन्होंने कहा कि सावन का महीना शुरू होने जा रहा है. इस खास मौके पर उज्जैन नगर वासियों को नई सौगात दी जानी चाहिए. जिसे लेकर नगरवासियों से काफी समय से वादा करके रखा था. उज्जैन नगर वासियों के लिए एक नया द्वार होगा. प्रबंधक समिति की बैठक में निर्णय लेकर जल्द तारीख का ऐलान किए जाने की मांग की गई थी. जिससे सावन के महीने में लाखों की संख्या में श्रद्धालु आएंगे. ऐसे में महाकाल मंदिर में श्रद्धालुओं का लोड भी बढ़ेगा. उसी को ध्यान में रखते हुए एक नए गेट की मांग की गई थी. जिस पर मुहर लग गई है.