उज्जैन। महाकाल मंदिर में रविवार को उड़ीसा के राज्यपाल प्रो. गणेशी लाल ने महाकाल के दर्शन किए. महाकाल के दर्शन के बाद नंदी हाल में नंदी का पूजन किया. मंदिर समिति द्वारा राज्यपाल को भगवान महाकाल का प्रसाद और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया. राज्यपाल मंगलनाथ मार्ग स्थित मौन तीर्थ में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने आए थे. उज्जैन के मंगलनाथ रोड स्थित मोनी तीर्थ गंगा घाट आश्रम कार्यक्रम में सम्मिलित होने के लिए उज्जैन आए उड़ीसा के राज्यपाल प्रो गणेशी लाल ने सबसे पहले बाबा महाकाल के मंदिर पहुंचकर महाकाल का आशीर्वाद लिया.
जगन्नाथ मंदिर में विदेशी नागरिकों प्रवेश देने को लेकर राज्यपाल की सलाह: महाकाल मंदिर में दर्शन के बाद राज्यपाल प्रो. गणेशी लाल गंगा घाट स्थित मुनि तीर्थ आश्रम पहुंचे और कार्यक्रम में शामिल हुए इसके पश्चात वहां इंदौर के लिए रवाना हो गए. इस बीच अपने बयानों को लेकर उड़ीसा के राज्यपाल प्रो. गणेशी लाल सुर्खियों में हैं. जनवरी पुरी में स्थित जगन्नाथ मंदिर में विदेशी नागरिकों को प्रवेश देने को लेकर ओडिशा के राज्यपाल की सलाह से नया विवाद पैदा हो गया है. राज्यपाल ने कहा कि "अगर विदेशी पुरी के गजपति महाराज, सेवादारों और शंकराचार्य से मिल रहे हैं तो उन्हें मंदिर के भीतर भगवान जगन्नाथ के दर्शन से वंचित नहीं रखा जाना चाहिए, यह सिर्फ एक सलाह है."
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बयानों को लेकर चर्चा तेज: पूर्व मंत्री विजय महापात्रा ने कहा, ‘‘हर साल रथयात्रा के अवसर पर जब भगवान बलभद्र, देवी सुभद्रा और भगवान जगन्नाथ मंदिर से बाहर निकलते हैं तो गैर-हिन्दुओं सहित सभी लोग इन भाई-बहन का दर्शन कर सकते हैं इन बातों को लेकर कोई विवाद नहीं होना चाहिए.’’ पुरी के पुजारियों ने भी महापात्रा की बात से सहमति जताई है. इधर उड़ीसा के राज्यपाल प्रो. गणेशी लाल ने महाकाल के दर्शन कर रहे थे वहीं उड़ीसा में उनके बयानों को लेकर चर्चा तेज है हालांकि राजभवन के एक प्रवक्ता ने के अनुसार यह राज्यपाल ने सिर्फ एक सुझाव दिया है, और इससे आगे कुछ नहीं उन्होंने कोई आदेश नहीं दिया है.