उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध महाकाल मंदिर के प्रसाद को फाइव स्टार रेटिंग मिलने के बाद लड्डू प्रसादी की कालाबाजारी की खबरें सामने आ रही हैं लोगों ने इस बात की शिकायत की है कि काउंटर से 260 रुपए किलो में मिलने वाली लड्डू प्रसादी को कुछ दुकानदार 400 रुपए किलो तक बेच रहे हैं. महाकाल मंदिर में रोजाना लगभग 50 क्विंटल लड्डू प्रसादी बनती है, लेकिन यहां रोजाना आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या के चलते इसकी खपत काफी अधिक होती है जिससे शाम होते होते काउंटर से मिलने वाली प्रसादी खत्म हो जाती है. लोगों की शिकायत है कि मंदिर के आसपास के कुछ दुकानदार इस प्रसाद का स्टॉक कर लेते हैं. इसके बाद इसे महंगे दामों पर बेचा जाता है.
मंदिर आने वाले श्रद्धालु साथ लेकर जाते हैं लड्डू प्रसादी
12 ज्योतिर्लिंगों में से एक उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में आने वाले श्रद्धालु दर्शन के बाद यहां का प्रसाद अपने साथ जरूर ले जाते हैं. हाल ही में शुद्धता के मानकों पर लगातार खरा उतरने के बाद FSSAI ने इस लड्डू प्रसादी को फाइव स्टर रेटिंग दी है. जिसके बाद से महाकाल मंदिर के बाहर लगने वाले छोटी-छोटी दुकानों पर इस लड्डू प्रसादी की कालाबाजारी की खबरें सामने आ रही है. दरअसल लड्डू प्रसादी को महाकाल मंदिर समिति ₹260 प्रति किलो के हिसाब से श्रद्धालुओं को देती है, लेकिन मंदिर के बाहर लगने वाली दुकान पर दर लड्डू प्रसादी काउंटर पर मिलने वाले भाव से 140 रुपए प्रति किलो ज्यादा के भाव में श्रद्धालुओं को बेचा जा रहा है. इस बात को लेकर कुछ लोगों ने शिकायत जरूर की है, लेकिन महाकाल मंदिर समिति के प्रशासक नरेंद्र सूर्यवंशी का कहना है कि उन्हें अभीतक इस बात की कोई शिकायत मिली है अगर उनके पास ऐसी कोई शिकायत आती हैं तो सख्त कार्रवाई की जाएगी.
काउंटर पर प्रसाद वितरण को लेकर नहीं है कोई नियम
लड्डू प्रसाद की कालाबाजारी की बात करने वाले लोगों का कहना है कि मंदिर में प्रसादी वितरण करने वाले काउंटर पर प्रसाद लेने का कोई नियम नहीं है. इसी बात का फायदा आसपास के छोटे दुकानदार उठा रहे हैं. काउंटर से कोई भी 10 से 15 पैकेट तक लड्डू प्रसादी ले सकता है, जबकि प्रसादी की खपत बहुत ज्यादा है. ऐसी स्थिति में आसपास के छोटे दुकानदार ज्यादा पैकेट लेकर उनका स्टॉक कर लेते हैं. जिसके बाद जब काउंटर से प्रसाद न मिलने पर जब श्रद्धालु दुकानदारों से लड्डू प्रसादी मांगते हैं तो वे उन्हें कालाबाजारी कर ज्यादा दामों में जो कि 400 रुपए प्रति किलो तक में बेचते हैं. आपको बता दें कि मंदिर के काउंटर पर ₹30 में 100 ग्राम, ₹60 में 200 ग्राम ,₹130 में आधा किलो और ₹260 में 1 किलो लड्डू का पैकेट दिया जाता है. मंदिर समिति द्वारा यह लड्डू प्रसादी नो प्रॉफिट नो लॉस के हिसाब से बेची जाती है.
शिकायत होगी तब करेंगे कार्रवाई
महाकाल मंदिर परिसर में छोटे दुकानदारों द्वारा लड्डू प्रसादी की कालाबाजारी किए जाने की लोगों की शिकायतों को लेकर ईटीवी भारत की टीम ने वहां के प्रशासक नरेंद्र सूर्यवंशी से बात की. उनका कहना था कि लड्डू प्रसादी की कालाबाजारी की ऐसी कोई शिकायत अभी तक मंदिर प्रबंधन समिति के पास नहीं आई है. उन्होंने कहा कि यदि कोई शिकायतकर्ता इस बात की शिकायत करता है तो उस पर हम कार्रवाई करेंगे और यदि कोई ऐसा करता पाया जाता है तो उसपर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
उज्जैन: महाकाल मंदिर के लड्डू प्रसाद की कालाबाजारी, मुंह मांगे दामों में बेच रहे दुकानदार,FSSAI से मिली है फाइव स्टार रेटिंग
विश्व प्रसिद्ध महाकाल मंदिर के प्रसाद को फाइव स्टार रेटिंग मिलने के बाद लड्डू प्रसादी की कालाबाजारी की खबरें सामने आ रही हैं लोगों ने इस बात की शिकायत की है कि काउंटर से 260 रुपए किलो में मिलने वाली लड्डू प्रसादी को कुछ दुकानदार 400 रुपए किलो तक बेच रहे हैं.
उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध महाकाल मंदिर के प्रसाद को फाइव स्टार रेटिंग मिलने के बाद लड्डू प्रसादी की कालाबाजारी की खबरें सामने आ रही हैं लोगों ने इस बात की शिकायत की है कि काउंटर से 260 रुपए किलो में मिलने वाली लड्डू प्रसादी को कुछ दुकानदार 400 रुपए किलो तक बेच रहे हैं. महाकाल मंदिर में रोजाना लगभग 50 क्विंटल लड्डू प्रसादी बनती है, लेकिन यहां रोजाना आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या के चलते इसकी खपत काफी अधिक होती है जिससे शाम होते होते काउंटर से मिलने वाली प्रसादी खत्म हो जाती है. लोगों की शिकायत है कि मंदिर के आसपास के कुछ दुकानदार इस प्रसाद का स्टॉक कर लेते हैं. इसके बाद इसे महंगे दामों पर बेचा जाता है.
मंदिर आने वाले श्रद्धालु साथ लेकर जाते हैं लड्डू प्रसादी
12 ज्योतिर्लिंगों में से एक उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में आने वाले श्रद्धालु दर्शन के बाद यहां का प्रसाद अपने साथ जरूर ले जाते हैं. हाल ही में शुद्धता के मानकों पर लगातार खरा उतरने के बाद FSSAI ने इस लड्डू प्रसादी को फाइव स्टर रेटिंग दी है. जिसके बाद से महाकाल मंदिर के बाहर लगने वाले छोटी-छोटी दुकानों पर इस लड्डू प्रसादी की कालाबाजारी की खबरें सामने आ रही है. दरअसल लड्डू प्रसादी को महाकाल मंदिर समिति ₹260 प्रति किलो के हिसाब से श्रद्धालुओं को देती है, लेकिन मंदिर के बाहर लगने वाली दुकान पर दर लड्डू प्रसादी काउंटर पर मिलने वाले भाव से 140 रुपए प्रति किलो ज्यादा के भाव में श्रद्धालुओं को बेचा जा रहा है. इस बात को लेकर कुछ लोगों ने शिकायत जरूर की है, लेकिन महाकाल मंदिर समिति के प्रशासक नरेंद्र सूर्यवंशी का कहना है कि उन्हें अभीतक इस बात की कोई शिकायत मिली है अगर उनके पास ऐसी कोई शिकायत आती हैं तो सख्त कार्रवाई की जाएगी.
काउंटर पर प्रसाद वितरण को लेकर नहीं है कोई नियम
लड्डू प्रसाद की कालाबाजारी की बात करने वाले लोगों का कहना है कि मंदिर में प्रसादी वितरण करने वाले काउंटर पर प्रसाद लेने का कोई नियम नहीं है. इसी बात का फायदा आसपास के छोटे दुकानदार उठा रहे हैं. काउंटर से कोई भी 10 से 15 पैकेट तक लड्डू प्रसादी ले सकता है, जबकि प्रसादी की खपत बहुत ज्यादा है. ऐसी स्थिति में आसपास के छोटे दुकानदार ज्यादा पैकेट लेकर उनका स्टॉक कर लेते हैं. जिसके बाद जब काउंटर से प्रसाद न मिलने पर जब श्रद्धालु दुकानदारों से लड्डू प्रसादी मांगते हैं तो वे उन्हें कालाबाजारी कर ज्यादा दामों में जो कि 400 रुपए प्रति किलो तक में बेचते हैं. आपको बता दें कि मंदिर के काउंटर पर ₹30 में 100 ग्राम, ₹60 में 200 ग्राम ,₹130 में आधा किलो और ₹260 में 1 किलो लड्डू का पैकेट दिया जाता है. मंदिर समिति द्वारा यह लड्डू प्रसादी नो प्रॉफिट नो लॉस के हिसाब से बेची जाती है.
शिकायत होगी तब करेंगे कार्रवाई
महाकाल मंदिर परिसर में छोटे दुकानदारों द्वारा लड्डू प्रसादी की कालाबाजारी किए जाने की लोगों की शिकायतों को लेकर ईटीवी भारत की टीम ने वहां के प्रशासक नरेंद्र सूर्यवंशी से बात की. उनका कहना था कि लड्डू प्रसादी की कालाबाजारी की ऐसी कोई शिकायत अभी तक मंदिर प्रबंधन समिति के पास नहीं आई है. उन्होंने कहा कि यदि कोई शिकायतकर्ता इस बात की शिकायत करता है तो उस पर हम कार्रवाई करेंगे और यदि कोई ऐसा करता पाया जाता है तो उसपर सख्त कार्रवाई की जाएगी.