उज्जैन। धार्मिक नगरी उज्जैन में हर दिन बड़ी संख्या में देश-विदेश से बाबा महाकाल, माता हरसिद्धि, काल भैरव सहित अन्य तीर्थ स्थलों पर दर्शनार्थी पहुंचते हैं. कई प्रसिद्ध मंदिर तो गलियों में हैं जहां तक श्रद्धालु जानकारी नहीं होने की वजह से पहुंच भी नहीं पाते हैं. ऐसे में अब नगर निगम उन तमाम प्राचीन तीर्थ स्थलों पर श्रद्धालुओं को पहुंचाने के लिए एक खास योजना बना रहा है. महापौर मुकेश टटवाल ने कहा कि "जल्द ही नगर निगम शहर के मुख्य चौराहों पर e-bike गोवा की तर्ज पर लॉन्च करेगा. इसमें दिए गए GOOGLE MAP के आधार पर दर्शनार्थी नगरी में घूम सकेंगे. इस योजना पर अभी काम चल रहा है जल्द ही टेंडर निकाल इसे लागू किया जाएगा."
150 ई-बाइक की प्लानिंग: शुक्रवार को सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड की शहर में एक बैठक हुई, जिसमें निर्णय लिया गया कि 150 ई-बाइक आगामी 3 महीने में शुरू की जाएगी. इस बैठक में 3 महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं. चेयरमैन महापौर मुकेश कटवाल ने बताया कि "इलेक्ट्रिक स्कूटर संचालन के साथ महाकाल लोक में एक ही ड्रेस कोड, एक ही कलर के ई-रिक्शा संचालन और सिटी ट्रांसपोर्ट में चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर की नियुक्ति के प्रस्ताव पास हुए हैं."
सबसे बड़ा इलेक्ट्रिक बस टेंडर : डीजल बसों के बराबर परिचालन लागत
डिपो और इंफ्रास्ट्रक्चर दोनों तैयार, दिल्ली में इलेक्ट्रिक बसों का इंतजार
इलेक्ट्रिक बसों का प्रस्ताव शासन को भेजा: शहर में बढ़ती श्रद्धालुओं की संख्या को ध्यान में रखते हुए नगरी और उपनगरीय क्षेत्र के लिए 50 इलेक्ट्रिक बसें खरीदने का प्रस्ताव तैयार किया गया है. शहर हित के लिए पहले फेज में 30 इलेक्ट्रिक बस खरीद कर 20 बसें शहरी मार्ग और 10 बसें ग्रामीण क्षेत्रों को जोड़कर नेट कास्ट मॉडल पर चलाई जाएगी. इसका प्रस्ताव शासन को भेजने के लिए सैद्धांतिक स्वीकृति मिल गई है.