उज्जैन। महाकाल की नगरी उज्जैन से 62 किलोमीटर दूर स्थित बड़नगर के पास की तस्वीर देख आप हैरान रह जाएंगे. आपके जहन में भी एक ही सवाल उठेगा कि कहां है वो विकास जिसकी सरकार इतनी बातें करती है, कहीं कच्ची सड़क के कीचड़ में विकास भी तो नहीं सन गया. क्योंकि हालात तो कुछ ऐसे ही है, जहां दो दिनों की हल्की बारिश के कारण सड़क की हालत ऐसी हो गई कि एंबुलेंस नहीं पहुंच पाई, जिसका नतीजा ये हुआ कि महिला की सड़क पर ही डिलीवरी हो गई. इस पूरे वाकये का वीडियो बनाकर किसी ने सोशल मीडिया पर वायरल किया है (Video Viral On Social Media).
रेलवे क्रॉसिंग पर नवजात का जन्म (Delivery of woman at railway crossing in Ujjain)
मध्य प्रदेश में विकास की हकीकत बयां करता ये मामला बड़नगर से महज 12 किमी दूर गांव पीर झालर का है, जहां खेतों में काम करने वाले मजदूर राकेश ठाकुर की बेटी पूजा ने सड़क पर नवजात को जन्म दिया. दरअसल, इलाके में आज तक पक्की सड़क नहीं बनी है. और दो दिनों की हल्की बारिश में सड़क पर इतना कीचड़ हो गया कि गांव में एंबुलेंस और डायल 100 ने आने से मना कर दिया. जिसके बाद प्रसव पीड़ा से कराह रही महिला ने सड़क पर ही बच्ची को जन्म दे दिया. जिसके बाद महिला को कुछ दूर तक परिजन गोद में उठा कर ले गए. बाद में महिला और उसकी बच्ची को माल ढाने वाले छोटे ट्रक में डालकर उज्जैन भेजा गया.
गांव में स्वास्थ्य सुविधा और पक्की सड़क नहीं होने का खामियाजा परिवार भुगत रहा है. समय पर एंबुलेंस के नहीं पहुंचने के कारण जहां सड़क पर ही महिला की डिलीवरी हो गई, वहीं बच्ची के प्रीमेच्योर होने के कारण उसकी हालत ठीक नहीं है. सरकारी मदद नहीं मिलने की हालत में स्थानीय लोगों ने एक खाट पर महिला और उसकी बच्ची को एक लोडिंग गाड़ी के जरिए उज्जैन के चरक अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टर ने पूजा की मां सावत्री को बताया कि नवजात बेटी को गंभीर हालत में आईसीयू में भर्ती किया गया है, जहां बच्ची जिंदगी और मौत के बीच झूल रही है.