उज्जैन। थाना खाचरोद क्षेत्र में किन्नरों के बीच विवाद के दौरान जमकर मारपीट हुई. दअरसल किन्नर समूह की धन्ना मां, चेला काली मां, किन्नरों की हवेली में रहने वाले किन्नरों पर अचानक मंदसौर से पहुंचे कई किन्नरों ने हमला कर दिया. इस दौरान दोनों पक्षों के बीच खूब बवाल हुआ. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है.
3 किन्नरों का उपचार जारी : हमले में आधा दर्जन किन्नर बुरी तरह घायल हुए हैं. 3 किन्नरों का अस्पताल में उपचार चल रहा है. हंगामा देखकर आसपास के रहवासियो ने पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने बड़ी मशक्कत के बाद उन्हें काबू में किया. मामले में कुल 10 किन्नरों पर पुलिस ने प्रकरण पंजीबद्ध कर मामले को विवेचना में लिया है. थाना प्रभारी खाचरोद रविन्द्र यादव ने बताया कि खाचरोद में किन्नरों की गादी है. गादी से मतलब यहां किन्नरों के गुरु हैं. पहले रेखा बाई थी, जिसके बाद रेखा बाई ने चेले कुमकुम बाई को गादीपति(गुरु) बनाया.
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गादीपति बदलने से विवाद : कुमकुम बीते 10 वर्षों से गादी पद पर थी. इसी दौरान किसी कारणवश रेखा बाई ने कुमकुम बाई की जगह आशु बाई को गादीपति बनाकर जवाबदारी देनी चाही. यही विवाद का कारण बना. घायल व बीते 2 साल से खाचरोद में रह रही किन्नर लक्ष्मी बाई का कहना है कि उनकी गुरु रेखा बाई का चेला कुमकुम यहां से भाग गया. उसी ने अपने साथियों के साथ हमला किया है. खाचरोद निवासी लक्ष्मी बाई, पिंकी बाई, भारती बाई व अन्य किन्नर मौके से भाग गए. लक्ष्मी बाई का कहना है हम 8 दिन से पुलिस से निवेदन कर रहे थे. आवेदन दिया था कि हमें खतरा है. हमने केस भी कुमकुम के विरुद्ध कराया था.