उज्जैन। शहर के थाना चिमनगंज क्षेत्र अंतर्गत कृषि मंडी से एक CCTV फुटेज वायरल हुआ था. इसमें किसान और व्यापारी के बीच सोयाबीन की क्वालिटी और कीमत को लेकर विवाद हुआ था. इस मामले को लेकर किसानों ने मंडी के बाहर उज्जैन-आगर मार्ग पर धरना देकर जाम लगा दिया. हालत ये हो गए कि एसटीएफ व पुलिस जवानों को मोर्चा संभालना पड़ा. किसान नेता भरत सिंह बैस ने बताया कि हमारा प्रदर्शन पुलिस की एकतरफा कार्रवाई को लेकर है. पुलिस ने व्यापारी के कहने पर प्रकरण दर्ज कर लिया लेकिन किसान के कहने पर नहीं किया. 3 घंटे बाद जब पुलिस व प्रशासन की ओर से आश्वासन मिला है कि व्यापारी के विरुद्ध प्रकरण दर्ज करवाया है और किसान का माल भी व्यापारी से वापस लेने की बात कही है. इसके बाद जाम खोल दिया गया है.
सोयाबीन खरीदी के दौरान विवाद : बता दें कि बीते दिन मंगलवार को कृषि उपज मंडी में आए ग्राम जवासिया निवासी किसान महेंद्र सिंह ने सोयाबीन का सौदा आरबी इंडस्ट्रीज के व्यापारी अभिषेक जैन के साथ किया था. जब सोयाबीन का तौल गोडाउन पर हुआ तो व्यापारी को सोयाबीन की क्वालिटी में अंतर दिखाई दिया. ये मामला मंडी समिति तक पहुंचा था. व्यापारी का कहना था कि सोयाबीन गोडाउन पर तुलने आई तो क्वालिटी में अंतर था. हालांकि सचिव मंडी सचिव उमेश ने किसान महेंद्र सिंह का भुगतान व्यापारी से करा दिया था. इसके बाद फिर दोनों के बीच विवाद इतना बढ़ा कि मंडी समिति के कार्यालय में ही व्यापारी अभिषेक व किसान महेंद्र सिंह के बीच पहले झूमाझटकी हुई, फिर हाथापाई हो गई. पूरा घटनाक्रम वहां लगे सीसीटीवी में कैद हुआ था. व्यापारियों ने बुधवार को मंडी में नीलामी बंद रखने का निर्णय लिया था.
किसानों का दबाव काम आया : पूरे मामले में किसान के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था. जब 300 से अधिक किसान अपनी उपज बेचने पहुंचे तो यहां मंडी बंद मिली. जिसके बाद किसानों को मंगलवार को हुए विवाद की जानकारी मिली और इसमें भारतीय किसान संघ ने भी किसानों का समर्थन करते हुए मंडी गेट के सामने चक्का जाम कर दिया. किसान पुलिस के खिलाफ नाराजगी व्यक्त कर रहे थे. किसानों का कहना था कि पुलिस ऐसे कैसे एकतरफा कार्रवाई कर सकती है. किसान की बात भी सुनी जानी चाहिए. न्याय सबको मिलना चाहिए
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जवान ने मारा एंबुलेंस चालाक को : दरअसल, उज्जैन कृषि उपज मंडी के गेट पर उज्जैन आगर मार्ग पर जब किसानों के द्वारा चक्का जाम किया जा रहा था. उसी दौरान बताया जा रहा है कि एक खाली एंबुलेंस सायरन बजाती हुई निकल रही थी. चक्का जाम के बीच एंबुलेंस को सबने रास्ता दिया. इसी दौरान एंबुलेंस चालक से एसटीएफ के एक जवान के पैर पर गाड़ी का पहिया चढ़ गया. बाल-बाल बचा जवान गुस्से में आगबबूला हुआ और एंबुलेंस चालक को लाठी से पीट दिया. एंबुलेंस के कांच को भी क्षतिग्रस्त कर दिया. चालक का नाम रंगलाल पिता नारायण सिंह निवासी तहसील माकड़ौन है, जो जननी एक्सप्रेस चलाता है. वाहन चालक ऑर.डी गार्डी मेडिकल कॉलेज से मरीज को छोड़कर जिला अस्पताल लौट रहा था.