उज्जैन। कलेक्टर आशीष सिंह ने महाशिवरात्रि पर्व को लेकर बैठक आयोजित की (Mahashivratri Mahakal Mandir). बैठक में महाशिवरात्रि पर्व पर शीघ्र दर्शन व्यवस्था बन्द रखने का फैसला लिया गया. साथ ही मंदिर परिक्षेत्र के आसपास के अतिक्रमण हटाने के लिये नगर निगम को निर्देश दिए हैं. मंदिर प्रशासक को आवश्यक एलईडी एवं सीसीटीवी लगाने के लिये कहा है. अस्थाई फायर स्टेशन, दिशा सूचक बोर्ड लगाने एवं अस्थाई मीडिया सेन्टर बनाने के लिये भी प्रशासक को निर्देश दिया गया है.
महाकाल मंदिर में महाशिवरात्रि को लेकर अहम निर्णय: उज्जैन महाकाल मंदिर के आसपास लगभग सात हजार मीटर लम्बाई के बैरिकेड की व्यवस्था हो गई है, शेष आसपास के जिलों से मंगवाये जाएंगे. कलेक्टर ने श्रद्धालुओं के पैर जले नहीं, इसलिये जूता स्टैंड के बाद 2 किलो मीटर लम्बाई के कारपेट लगाने के निर्देश दिये हैं, साथ ही कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाएगी. कलेक्टर ने कहा कि पिछले साल के अनुसार इस वर्ष भी श्रद्धालुओं को पेयजल के लिये 250 मिली की बॉटल नि:शुल्क उपलब्ध कराने के लिये कहा है. वहीं कलेक्टर ने बैठक में मंदिर परिक्षेत्र के आसपास के अतिक्रमण हटाने के लिये नगर निगम को आदेश दिए. महाकाल मंदिर प्रशासक को आवश्यक एलईडी एवं सीसीटीवी लगाने, अस्थाई फायर स्टेशन, दिशा सूचक बोर्ड एवं अस्थाई मीडिया सेन्टर बनाने के लिये भी प्रशासक को निर्देश दिए हैं.
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शिवरात्रि पर शीघ्र दर्शन सुविधा बंद: उज्जैन महाकाल लोक में बने त्रिवेणी संग्रहालय में महाकाल मंदिर समिति की बैठक आयोजित की गई, जिसमें आने वाले शिवरात्रि पर्व को लेकर चर्चा की गई. इस दिन महाकाल मंदिर में लाखों श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचेंगे इसको देखते हुए इस बार ढाई सौ रुपए वाली शीघ्र दर्शन व्यवस्था बंद रहेगी. वहीं आम श्रद्धालुओं को नरसिंह घाट से प्रवेश दिया जाएगा जो चार धाम मंदिर के सामने से होते हुए मंदिर में प्रवेश करेंगे. इस दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पेयजल, जूता स्टैंड, चिकित्सा व्यवस्था और पार्किंग सहित अन्य जरूरी प्रबंध किए जाएंगे. बैठक में कलेक्टर आशीष सिंह और एसपी सत्येंद्र शुक्ल सहित विभिन्न विभागों के प्रमुख अधिकारी मौजूद थे.