उज्जैन। शहर में सोमवार को उद्योगपति गौतम अडानी के विरुद्ध आक्रोश कांग्रेस पार्टी में देखने को मिला. कांग्रेस के कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों ने शहर के टॉवर चौक से एलआईसी ऑफिस तक गौतम अडानी की शवयात्रा निकाली और अडानी का पुतला दहन किया. इस मौके पर 2 सूत्रीय मांगों को लिए कांग्रेस शहर अध्यक्ष रवि भदौरिया ने कहा कि एलआईसी व एसबीआई देश का गौरव हैं. कई लोगों का पैसा यहां रखा है. ये बर्बाद हो जाएगा तो देश कैसे चलेगा. उद्योगपति के विरुद्ध जांच हो, जिससे आम जनता का पैसा सुरक्षित रहे.
चुनिंदा अरबपतियों को चहेता बनाया : कांग्रेस ने ज्ञापन में कहा कि जीवन बीमा निगम व भारतीय स्टेट बैंकों में जमा आम नागरिकों के धन को उद्योगपति गौतम अडानी की कंपनियों में निवेश की जांच होनी चाहिए. क्योंकि आम भारतीय की कीमत पर अपने करीबी दोस्तों और चुनिंदा अरबपतियों को फायदा पहुंचाने की मोदी सरकार की नीतियों से देश का मध्यम वर्ग चिंतित है. मोदी सरकार द्वारा अडानी समूह में एलआईसी और एसबीआई जैसे सरकारी संस्थानों के बेहद जोखिम भरे लेनदेन और निवेश ने भारत के निवेशकों को खतरे में डाल दिया है.
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एलआईसी व एसबीआई से क्यों कराया निवेश : कांग्रेस का कहना है कि एलआईसी और एसबीआई जैसे पीएसयू हमारे देश का गौरव हैं और करोड़ों भारतीयों की गाढ़ी कमाई से बने हैं. अपने सबसे अच्छे दोस्त की मदद करने के इरादे से मोदी सरकार न जबरदस्ती इनका पैसा अडानी समूह में निवेश कराया है. पिछले कुछ दिनों में एलआईसी के 39 करोड पॉलिसी धारकों और निवेशकों को 33,060 करोड़ का नुकसान हुआ है. भारतीय स्टेट बैंक और अन्य भारतीय बैंकों ने अडानी समूह को भारी मात्रा में ऋण दिया है. अडानी समूह पर भारतीय बैंकों का लगभग 80,000 करोड़ बकाया है. कांग्रेस पार्टी का कहना है कि हम किसी खास भारतीय कॉर्पोरेट घराने के खिलाफ नहीं हैं लेकिन क्रोनी कैपिटलिज्म के खिलाफ हैं. हम चुनिंदा अरबपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए नियम बदलने के विचार के खिलाफ हैं. हम हमेशा गरीब और आम आदमी के साथ खड़े है और रहेंगे.