उज्जैन। निरंजनी अखाड़े की महामंडलेश्वर मंदाकिनी इन दिनों विवादों में घिरी हुई हैं. उन्होंने परमधाम में हुए विवाद के दौरान महामंडलेश्वर ज्योतिर्मयानन्द महाराज के खिलाफ मारपीट और छेड़छाड़ के आरोप लगाये हैं. साध्वी मंदाकिनी ने छेड़छाड़ के आरोप लगाते हुए महामंडलेश्वर के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं होने से नाराज होकर भोपाल में सीएम बंगले के सामने पेट्रोल डालकर आत्मदाह करने की चेतावनी दी है.
कथा के दौरान हुआ विवाद : साध्वी मंदाकिनी का कहना है कि वह कहार वाड़ी स्थित परमधाम में रहने वाले संत बोधानंद जी की अनुमति से आश्रम में कथा कर रही थीं. इस दौरान शनिवार को सुबह सम्पूर्णानन्द, ज्योतिर्मयानन्द और वेदानन्द महाराज ने आश्रम पर कब्जे करने की कोशिश में पहले बोधानंद जी के साथ मारपीट की. इसके बाद मेरा हाथ पकड़कर छेड़छाड़ की. वहां तीनों ने पुलिस के सामने मेरा हाथ पकड़ा. साध्वी का आरोप है कि पुलिस ने अभी तक छेड़छाड़ की धारा में मामला दर्ज नहीं किया है.
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आश्रम पर कब्जे को लेकर विवाद : वहीं, हरिद्वार के संत महामंडलेश्वर ज्योतिर्मयनन्द जी ने बताया कि पूरा विवाद आश्रम पर कब्जे को लेकर है. उन्होंने बताया कि उज्जैन के कहारवाड़ी स्थित आश्रम परमधाम संत ब्रह्मलीन युगपुरुष परमानंद जी महाराज ने बनवाया था. उनके स्वर्गवास के बाद ड्रायवर रहे बोधानंद ने सन्यास ले लिया. जिसके बाद कोविड के कारण उज्जैन आ नहीं पाते थे. जिसके चलते बोधानंद को यहां देखभाल के लिए छोड़ दिया था. 16 जुलाई को मंदाकिनी दीदी एक महिला के साथ आई. मौके पर पुलिस भी थी. उन्होंने आश्रम का ताला तोड़ने की कोशिश की. इस बीच हमने मना किया तो उनके साथ एक अन्य महिला हमसे विवाद करने लगी. मंदाकिनी दीदी सभी आरोप सरासर गलत हैं.