उज्जैन। शहर के देवास रोड स्थित दताना हवाई पट्टी पर स्थित नालंदा एविएशन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी द्वारा लीज की राशि नहीं भरने के कारण उज्जैन पुलिस ने मंगलवार को कार्रवाई की है. वहीं शासन ने शर्तों के उल्लंघन करने पर कंपनी का अनुबंध भी निरस्त कर दिया है. शासन की शर्तानुसार 3 वर्ष में लीज राशि 10% बढ़ाकर पूरे साल की राशि अगस्त माह तक जमा करना जरूरी है, लेकिन कंपनी ने इस वर्ष के करीब 36 लख रुपए 15 दिन बीतने के बाद भी जमा नहीं किए हैं.
हाई कोर्ट के आदेश पर चल रही कार्रवाई: उज्जैन से 16 किलोमीटर दूर दताना हवाई पट्टी को 19 अगस्त 2019 से बिहार की नालंदा एलिवेशन प्राइवेट कंप्लेंट कंपनी ने 31 लाख रुपया सलाना की लीज पर ले रखा था. शासन की शर्तानुसार 3 वर्ष में लीज राशि 10% बढ़ाकर पूरे साल की राशि अगस्त माह तक जमा करना जरूरी है, लेकिन कंपनी ने इस वर्ष के करीब 36 लख रुपए 15 दिन बीतने के बाद भी जमा नहीं किया. वहीं उज्जैन हवाई पट्टी करीब 5 वर्ष पहले यश एयरवेज कंपनी द्वारा संचालित की जाती थी, कई साल तक ना तो लीज राशि भरी और ना ही मरम्मत करवाई गई. 4 करोड़ रुपए खर्च कर मरम्मत करने के बाद लोकायुक्त ने यश कंपनी के संचालक यश टोंग्या व कंपनी के अन्य डायरेक्टर के साथ ही उज्जैन में रहे पांच कलेक्टर के ऊपर भी केस दर्ज किया था. जिसकी जांच हाई कोर्ट के आदेश पर अभी चल रही है.
इसलिए समाप्त किया अनुबंध: उज्जैन कृतिका भिमावत एसडीएम ने बताया कि "उज्जैन दताना हवाई पट्टी पर नालंदा एलिवेशन कंपनी की लीज राशि जमा नहीं करने पर शासन ने हवाई पट्टी कब्जे में लेने की आदेश दिए थे, इसीलिए मंगलवार को और पट्टी और वहां मौजूद सभी सामान जिसमें एयरक्राफ्ट भी है, जब्ती में ले लिया है. शासन ने कंपनी का अनुबंध भी समाप्त कर दिया गया है, कंपनी अगर राशि भर देगी तो आगे का निर्णय सरकार करेगी. शर्तों का पालन नहीं करने पर उज्जैन शासन ने नालंदा एविएशन कंपनी संचालक विवेकानंद कुमार को हवाई पट्टी फ्लाइंग स्कूल और एरो स्पोर्ट एक्टिविटी संचालित करने के लिए लीज पर दी थी. कंपनी को 6 माह में उक्त एक्टिविटी शुरू करना थी, लेकिन अब तक शुरू नहीं की. इसलिए शासन ने उसका अनुबंध भी समाप्त कर दिया."