उज्जैन। जिले में मंडी के दो रिश्वतखोर निरीक्षक काली कमायी में इतना अंधे हो चुके हैं, कि अब उन्हें गरीब की बेबसी तक दिखाई नहीं देती, मंडी में काम करने वाले हम्मालों ने लोकायुक्त से शिकायत की, जिसके बाद उन्हें रंगेहाथों गिरफ्तार किया गया, आरोपी ठेला छोड़ने की एवज में हम्माल से 8 हजार की रिश्वत मांग रहे थे.
हम्माल का ठेला छोड़ने के लिए मांगी 8 हजार की रिश्वत
उज्जैन मंडी में हम्माली करने वाले 50 वर्षीय भागीरथ खांडेकर का ठेला चोरी हो गया था, 17 जुलाई को चोरों ने खांडेकर के ठेले पर रखकर कृषि मंडी से अनाज चुराया था, जिसके बाद मंडी निरीक्षक सत्यनारायण बजाज ने चोर को रंगे हाथों पकड़ लिया, और ठेले को पुलिस ने जब्त कर लिया, तभी से गरीब हम्माल भागीरथ ठेला को लेने के लिए मंडी के चक्कर काट रहा था, लेकिन मंडी निरीक्षक सत्यनारायण बजाज ने ठेले छोड़ने की एवज में 8 हजार रुपए रिश्वत की मांग कर दी.
रंगेहाथों आरोपी गिरफ्तार
इस पर फरियादी ने कई बार बजाज के सामने हाथ पांव भी जोड़े लेकिन बजाज का दिल नहीं पसीजा और वो रिश्वत लिए बिना ठेला छोड़ने को राजी नहीं हुआ, जिस पर से भागीरथ ने बजाज की शिकायत लोकायुक्त को कर दी, जिसके बाद डीएसपी वेदांत शर्मा ने जाल बिछाया और पहले आरोपी की आवाज ट्रेस कर रिकॉर्डिंग की, उसके बाद उसे गिरफ्तार किया.
आज रिश्वत के 8 हजार में से 2 हजार देने की बात हुई, जिसके बाद लोकायुक्त की टीम ने आरोपी को पकड़ने का प्लान बनाया, लेकिन भागीरथ ने जब आरोपी सत्यनारायण बजाज से कृषि मंडी में आकर रुपए लेने की बात कही, तो बारिश होने का करण बताकर बजाज ने अपने साथी कृषि मंडी के निरीक्षक राकेश रायकवार को रिश्वत के 2 हजार देने को कहा.
कृषि मंडी में जैसे ही भागीरथ ने 2 हजार रुपए रायकवार को दिए, वैसे ही लोकायुक्त ने रायकवार को धर दबोचा. लेकिन मुख्य आरोपी सत्यनारायण बजाजा गिरफ्तार नहीं हो सका, फिलहाल लोकायुक्त ने कृषि मंडी के निरीक्षक सत्यनारायण बजाज और राकेश रायकवार के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है.
बड़े बाबू का छोटा हो गया मुंह! जब लोकायुक्त ने सरकारी दफ्तर में ही घूस लेते रंगेहाथ दबोचा
लोकायुक्त डीएसपी वेदांत शर्मा ने कहा कि मुख्य आरोपी सत्यारायण अभी पकड़ में नहीं आया है, लेकिन उसे भी आरोपी बनाया गया है, साथ ही उसके साथी राकेश रायकवार के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.