उज्जैन। देश भर में आज तीन दिवसीय ट्रांसपोर्ट की हड़ताल शुरू हो गई है, जिसके कारण उज्जैन में 125 से अधिक ट्रांसपोर्टर्स की 20 हजार गाड़ियों के चक्के थम गए है. ट्रांसपोटर्स अपनी चार सूत्रीय मांगों को लेकर ये हड़ताल कर रहे है, जिसके चलते ट्रांसपोर्टर्स का रोजाना दो करोड़ रुपए का नुकसान हो रहा है.
उज्जैन ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष सौरव जैन ने बताया कि इस हड़ताल से दवा बाजार, किराना बाजार, कपड़ा बाजार, अगरबत्ती उद्योग, छोटे किस्म के लघु उद्योग पर काफी असर होगा. उज्जैन संभाग मुख्यालय होने के कारण यहां हड़ताल का व्यापक असर देखने को मिला है. उज्जैन में लगभग 125 ट्रांसपोर्टर्स है, तो वहीं करीब 20 हजार लोडिंग वाहन हैं.
ट्रांसपोर्टर्स एसोसिएशन ने ये हड़ताल अपनी 4 सूत्री मांगों को लेकर की है. जिसमें सबसे प्रमुख मांग डीजल के दाम में हुई बढ़ोतरी को कम करना, वाहन चालकों को कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए बीमा सुविधा उपलब्ध कराना, मध्यप्रदेश में बैरियर पर बढ़ रहे भ्रष्टाचार को रोकना. अगर प्रशासन ने ट्रांसपोर्टरों की मांग नहीं मानी तो जल्द ही राष्ट्रव्यापी आंदोलन किया जाएगा.