उज्जैन ।-सावन माह के दूसरे सोमवार को बाबा महाकाल ने अपने भक्तों को चंद्रमौलेश्वर के रूप में दर्शन दिया ,राजाधिराज महाकाल अपनी प्रजा का हाल जानने नगर भ्रमण पर निकले शाम 4:00 बजे महाकाल बाबा की सवारी जैसे ही मंदिर के बाहर मुख्य द्वार पर पहुंची तो यहां सशस्त्र बल बाबा की पालकी को सलामी देते हुए गार्ड ऑफ ऑनर दिया जिसके बाद सवारी आगे की ओर निकल पड़ी .
बाबा महाकाल की सवारी निकली नगर भ्रमण पर, हजारों की संख्या में श्रद्धालु हुए शामिल - महाकाल बाबा के दर्शन पाने के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं का उमड़ा हुजूम.
बाबा महाकाल की नगरी में सावन के दूसरे सोमवार पर महाकाल ने अपने भक्तों को चंद्रमौलेश्वर के रूप में दर्शन दिए, महाकाल बाबा के दर्शन पाने के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं का उमड़ा हुजूम.
बाबा महाकाल की सवारी निकली नगर भ्रमण पर, हजारों की संख्या में श्रद्धालु हुए शामिल
उज्जैन ।-सावन माह के दूसरे सोमवार को बाबा महाकाल ने अपने भक्तों को चंद्रमौलेश्वर के रूप में दर्शन दिया ,राजाधिराज महाकाल अपनी प्रजा का हाल जानने नगर भ्रमण पर निकले शाम 4:00 बजे महाकाल बाबा की सवारी जैसे ही मंदिर के बाहर मुख्य द्वार पर पहुंची तो यहां सशस्त्र बल बाबा की पालकी को सलामी देते हुए गार्ड ऑफ ऑनर दिया जिसके बाद सवारी आगे की ओर निकल पड़ी .
Intro:उज्जैन बाबा महाकाल की सावन की दूसरी सवारी नगर भ्रमण पर निकली सवारी की देखने के लिए भक्तों का ताता
Body:उज्जैन सावन के दूसरे सोमवार पर आज महाकाल राजा ने अपने भक्तों को चंद्रमौलेश्वर के रूप में दिए दर्शन महाकाल बाबा के दर्शन पाने के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं का उमड़ा हुजूम
Conclusion:उज्जैन सावन माह के दूसरे सोमवार पर राजाधिराज महाकाल अपनी प्रजा का हाल जानने नगर भ्रमण पर निकले शाम 4:00 बजे महाकाल बाबा की सवारी जैसे ही मंदिर से बाहर मुख्य द्वार पर पहुंची तो यहां सशस्त्र बल की टुकड़ी हमें बाबा की पालकी को सलामी देते हुए गार्ड ऑनर दिया जिसके बाद सवारी आगे की ओर निकल पड़ी सवारी के आगे भजन मंडली नाचते गाते चल रही थी कोई बाबा के गाना पर घूम रहा था तो कोई झांझ मजीरा बजाकर बाबा की भक्ति में लीन हो रहा था सड़क के दोनों और श्रद्धालुओं की भारी भीड़ बाबा के दर्शन के लिए पलक बिछाए खड़ी थी जैसे ही वह महाकाल की सवारी आई तो श्रद्धालुओं ने बाबा के दर्शन कर अपने आप को माना ऐसी मान्यता है कि जो भक्त पूरे सावन मास में बाबा के दर्शन करने के लिए मंदिर नहीं पहुंच पाते हैं तो बाबा और भक्तों को दर्शन देने के लिए स्वयं निमंत्रण पर निकलते हैं और यही नजारा देखने के लिए श्रद्धालु उज्जैन पहुंचते हैं।
बाइट---आशीष पूजरी महाकाल मंदिर
Body:उज्जैन सावन के दूसरे सोमवार पर आज महाकाल राजा ने अपने भक्तों को चंद्रमौलेश्वर के रूप में दिए दर्शन महाकाल बाबा के दर्शन पाने के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं का उमड़ा हुजूम
Conclusion:उज्जैन सावन माह के दूसरे सोमवार पर राजाधिराज महाकाल अपनी प्रजा का हाल जानने नगर भ्रमण पर निकले शाम 4:00 बजे महाकाल बाबा की सवारी जैसे ही मंदिर से बाहर मुख्य द्वार पर पहुंची तो यहां सशस्त्र बल की टुकड़ी हमें बाबा की पालकी को सलामी देते हुए गार्ड ऑनर दिया जिसके बाद सवारी आगे की ओर निकल पड़ी सवारी के आगे भजन मंडली नाचते गाते चल रही थी कोई बाबा के गाना पर घूम रहा था तो कोई झांझ मजीरा बजाकर बाबा की भक्ति में लीन हो रहा था सड़क के दोनों और श्रद्धालुओं की भारी भीड़ बाबा के दर्शन के लिए पलक बिछाए खड़ी थी जैसे ही वह महाकाल की सवारी आई तो श्रद्धालुओं ने बाबा के दर्शन कर अपने आप को माना ऐसी मान्यता है कि जो भक्त पूरे सावन मास में बाबा के दर्शन करने के लिए मंदिर नहीं पहुंच पाते हैं तो बाबा और भक्तों को दर्शन देने के लिए स्वयं निमंत्रण पर निकलते हैं और यही नजारा देखने के लिए श्रद्धालु उज्जैन पहुंचते हैं।
बाइट---आशीष पूजरी महाकाल मंदिर