उज्जैन। आज श्रावण का तीसरा सोमवार है और विशेष सहयोग के चलते आज सोमवती अमावस्या का भी संयोग बना हुआ है, जिसके चलते बड़ी संख्या में श्रद्धालु 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में पहुंच रहे हैं, वहीं बाबा महाकाल के दरबार में अब दूसरे राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं को प्रवेश नहीं दिया जाएगा, सिर्फ मध्यप्रदेश के लोगों को ही मंदिर में पूजा-पाठ की अनुमति दी गई है. कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए महाकाल मंदिर प्रबंधन ने आने वाले कुछ दिनों के लिए ये निर्णय लिया है.
महाकालेश्वर मंदिर में श्रावण के तीसरे सोमवार को सुबह 2:30 बजे बाबा महाकाल मंदिर के पट खोले गए, जिसके बाद बाबा का जलाभिषेक कर पंचामृत अभिषेक किया गया. जिसमें दूध, दही, घी, शक्कर और फलों के रस से बाबा का अभिषेक किया गया और भस्मआरती भी की गई, जिसके बाद भांग का विशेष श्रंगार कर बाबा महाकाल की आरती की गई. आज के दिन विशेष संयोग के चलते मान्यता है कि बाबा महाकाल के दर्शन करने से मन की इच्छा और कामनाएं पूरी होती हैं. आज शाम 4 बजे भगवान महाकाल नगर भ्रमण पर निकलेंगे.