उज्जैन। सावन का महीना चल रहा है. हजारों-लाखों की संख्या में श्रद्धालु भगवान महाकाल के दर्शन करने उज्जैन आते हैं. ऐसे में श्रद्धालुओं के साथ मंदिर में दुर्व्यवहार हो रहा है. सावन के तीसरे सोमवार को श्रद्धालुओं के साथ पंडे पुजारियों द्वारा धक्का-मुक्की और मारपीट की घटना को अंजाम दिया गया था. पुलिस कर्मी भी एक श्रद्धालु के साथ मारपीट करते नजर आ रहे थे. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ, जिसके बाद मामला तूल पकड़ता गया. उज्जैन कांग्रेस के नेताओं ने कलेक्टर कार्यालय का घेराव किया. साथ ही लोगों ने एसपी कंट्रोल रूम के बाहर बैठकर श्रद्धालु के साथ हुई मारपीट का लेकर विरोध प्रदर्शन किया. जिसके बाद उज्जैन एसपी सचिन शर्मा ने उनसे महाकाल की सवारी में हुई घटना को लेकर माफी मांगी.
धार जिले का रहने वाला है पीड़ित: एसपी सचिन शर्मा पुलिस कंट्रोल रूम के पास भगवान राम की मूर्ति लगवा कर पुलिस कर्मचारियों से आरती करवा कर प्रदर्शनकारियों को प्रसाद बंटवाया. बता दें कि उज्जैन महाकाल मंदिर के पुजारी बाला गुरु ने जिस श्रद्धालु के साथ मारपीट की वह धार जिले का निवासी है. वहीं अभद्रता करने वाले वॉलिंटियर का नीलगंगा थाने में पशु क्रूरता का अपराधिक रिकॉर्ड सामने आया है. एसपी ने तो पुलिस कर्मी के लिए माफी मांग ली लेकिन इस मामले में मंदिर समिति की ओर से पुजारी व वोलेंटियर को लेकर कोई बयान नहीं आया है.
एसपी सचिन शर्मा ने आश्वासन दिया, माफी मांगी: एसपी सचिन शर्मा ने उक्त पुलिसकर्मी को लेकर कहा कि ''जिसने दर्शनार्थी के साथ यह कृत्य किया वह अन्य जिले में पदस्थ है. उक्त कर्मी के खिलाफ जांच व कार्रवाई के लिए जहां पर पदस्थ हैं वहां रिपोर्ट भेजी गई है. जो भी वैधानिक कार्रवाई होगी वह की जाएगी. तमाम सुरक्षाकर्मियों को दर्शनार्थियों के साथ उचित व्यवहार करने का संदेश दोबारा दिया जाएगा. वहीं, कंट्रोल रूम के बाहर पूजन पाठ कर रहे प्रदर्शनकारियों की जो कमियां थी उसे हमने पूरी कर दी.'' एसपी से पूछा गया कि जो प्रदर्शनकारी पूजन पाठ कर रहे थे उसमें आपने भगवान राम की मूर्ति लगवा कर आरती गरबा का प्रसाद बांटा है, जिस पर उन्होंने कहा कि ''पूजन पाठ में जो कमी थी उसे पूरा किया गया है.''