उज्जैन। प्रदेश में हो रही झमाझम बारिश कहीं राहत, तो कहीं आफत बनकर बरस रही है. शहर में शिप्रा नदी स्थित रामघाट पर आसपास के इलाकों में बारिश के चलते बाढ़ की स्थिति बनी हुई है. यहां कई मंदिर जलमग्न हो गए हैं. शहर में बीते 24 घंटे में 1.2 इंच बारिश दर्ज की गई है. यहां लगातार हो रही बारिश के कारण शिप्रा नदी का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं.
शिप्रा नदी का जलस्तर बढ़ा
दरअसल, उज्जैन, इंदौर और आसपास के इलाकों में बारिश का सिलसिला लगातार जारी है. तेज बारिश के कारण उज्जैन की शिप्रा नदी का जलस्तर इस कदर बढ़ा कि यहां रामघाट और आसपास के घाटों के मंदिर जलमग्न हो गए हैं. इतना ही नहीं शिप्रा नदी में बढ़े जलस्तर के बाद छोटा पुल भी डूब गया था, लेकिन सुबह होते-होते इलाकों में बारिश थमी तो जलस्तर घटने लगा.
प्रशासन अलर्ट
बता दें कि जिला प्रशासन ने 1 महीने पहले ही होमगार्ड और एसडीआरएफ की टीम को यहां तैनात किया है. ऐसे में अगर शिप्रा नदी के आसपास के निचले इलाकों में बाढ़ की स्थिति बनती है, तो यहां के लोगों को तत्काल वहां से हटाकर दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया जाएगा. हालांकि, पिछले 24 घंटे में हुई बारिश के बाद यहां किसानों के चेहरे पर खुशी देखने को मिली. फिलहाल, यहां बारिश थम गई है.
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अभी जारी रहेगा बारिश का सिलसिला
वहीं दूसरी ओर मौसम विभाग के अनुसार, अभी प्रदेश में बारिश का सिलसिला तीन-चार दिन तक जारी रहेगा. इस दौरान प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में कभी सामान्य तो कभी तेज बारिश होगी. दरअसल, एक रिपोर्ट ये भी है कि 27 जुलाई को भी एक लो प्रेशर एरिया बन रहा है. ऐसे में उम्मीद है कि पूरे जुलाई अंत तक प्रदेश में लगातार रिमझिम बारिश होती रह सकती है.